PATNA : पटना में मची तबाही को प्राकृतिक आपदा करार देकर पिछले पांच दिनों से अपने सिस्टम को क्लीन चिट रहे नीतीश कुमार के तेवर आज बदल गये. नीतीश ने आज कहा कि पानी निकल जाने के बाद वे देखेंगे किसने लापरवाही बरती. सरकार के निर्देश का पालन हुआ या नहीं. उसके बाद आगे कार्रवाई होगी. सवाल ये है कि क्या नीतीश के सुर भाजपा की नाराजगी के कारण बदले हैं.
नीतीश बोले-सब देखेंगे
पटना में आज मीडिया से बात करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि फिलहाल सरकार की प्राथमिकता है पटना से पानी निकालना. पूरा सरकारी तंत्र उसनें जुटा है. लेकिन पानी निकलने के बाद इसकी पूरी समीक्षा होगी. एक बार पहले भी पटना में जल जमाव हुआ था. तब उनकी ही सरकार ने कई दिशा निर्देश दिये थे. मुख्यमंत्री देखेंगे कि उसका पालन किया गया या नहीं. क्या सरकारी अमले ने लापरवाही बरती. उसके बाद आगे की कार्रवाई होगी.
क्यों बदले नीतीश के सुर
पटना में तबाही के बाद नीतीश कुमार लगातार सरकारी सिस्टम को बचाने में लगे थे. वे बार बार कह रहे थे कि ये प्राकृतिक आपदा है जिसे रोका नहीं जा सकता. लेकिन कल रात सरकार में साझीदार भाजपा ने साफ तौर पर कहा कि ये प्रशासनिक लापरवाही है और सरकार को लापरवाह अधिकारियों पर कार्रवाई करनी होगी. प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष संजय जायसवाल ने बकायदा फेसबुक पोस्ट कर कहा था कि सरकार दस दिनों के बाद ये तय करे कि किन अधिकारियों ने लापरवाही बरती थी. उनके खिलाफ कार्रवाई हो. नीतीश के बदले तेवर बता रहे हैं कि वे भाजपा के प्रेशऱ में हैं. लेकिन अहम सवाल ये है कि वे किस अधिकारी पर कार्रवाई करेंगे. तमाम अधिकारी नीतीश की पसंद से पोस्टेड हैं. अपने पसंदीदा अधिकारियों पर नीतीश कार्रवाई कैसे करेंगे ये देखने की बात होगी.