PATNA : बीजेपी ने अब सार्वजनिक तौर पर स्वीकार करना शुरू कर दिया है कि मुसलमान उसे वोट नहीं देते. बीजेपी के एक कद्दावर नेता और मंत्री ने मीडिया के सामने ये कहा है कि मियां-मुस्लिम बीजेपी को वोट नहीं देते हैं.
असम के मंत्री हेमंत बिस्वा शर्मा बोले
असम सरकार में मंत्री और बीजेपी के कद्दावर नेता हेमंत बिस्वा शर्मा ने ऐसा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि 'मियां मुस्लिम' हमें वोट नहीं देते. ये बात मैं अपने अनुभव से बता रहा हूं. बीजेपी नेता ने कहा कि मियां मुस्लिम ने लोकसभा चुनाव में भी बीजेपी को वोट नहीं दिया था. असम में पंचायत चुनाव हुए तो उसमें भी भाजपा को वोट नहीं दिया.
विधानसभा चुनाव में भी नहीं देंगे वोट
हेमंत बिस्वा शर्मा ने कहा कि वे अपने अनुभव से कह सकते हैं कि मियां मुस्लिम अगले विधानसभा चुनाव में भी बीजेपी को वोट नहीं देंगे. असम में इसी साल विधानसभा का चुनाव होना है.
हेमंत बिस्वा शर्मा ने कहा “बीजेपी को उन सीटों पर वोट नहीं मिलेगा जो मियां मुस्लिम के हाथों में हैं, जबकि अन्य सीटें हमारी हैं. लेकिन हम उन सीटों पर भी अपने उम्मीदवार उतारेंगे. ताकि 'मियां मुस्लिम' के साथ अपनी पहचान न रखने वाले लोगों को कमल या असम गण परिषद के चुनाव चिह्न हाथी के लिए वोट करने का विकल्प मिले.”
गौरतलब है कि असम विधानसभा चुनाव में बीजेपी असम गण परिषद के साथ मिलकर मैदान में उतरने जा रही है. बीजेपी पिछले पांच सालों से असम में सत्ता में काबिज है और इस बार भी उसे अपनी जीत का भरोसा है. बीजेपी को धार्मिक गोलबंदी के बूते वोट बटोरने की उम्मीद है.
बता दें कि इससे पहले असम की बीजेपी सरकार ने सूबे में सरकारी मदरसों को बंद कर दिया था. हेमंत बिस्वा शर्मा ने इसका एलान करते हुए कहा था कि छात्रों को धार्मिक शिक्षा देना राज्य सरकार का काम नहीं है. उन्होंने कहा था कि मदरसों में पढ़ने वाले छात्रों का ख्याल जरूर रखा जायेगा और राज्य सरकार उन्हें धार्मिक शिक्षा के बजाय सामान्य स्कूलों की तरह शिक्षा देगी.