PATNA : क्या बीजेपी का आलाकमान नीतीश कुमार को हैंडल करने के लिए शाहनवाज हुसैन को बिहार भेज रहा है. भाजपा सूत्रों से ऐसी ही खबर मिल रही है. खबर ये आ रही है कि शाहनवाज हुसैन को बिहार में मंत्री भी बनाया जायेगा. बिहार में बीजेपी के कम तजुर्बे वाले मंत्रियो के बीच शाहनवाज हुसैन नीतीश कुमार को संभालने के काम में लगाये जायेंगे.
MLC नहीं मंत्री बनने आ रहे हैं शाहनवाज
बीजेपी के एक वरीय नेता ने बताया कि शाहनवाज हुसैन का वनवास खत्म कर पार्टी ने उन्हें बिहार विधान परिषद के चुनाव में उम्मीदवार बनाया है तो इसके गहरे मायने हैं. शाहनवाज सिर्फ विधान पार्षद बनने बिहार नहीं आ रहे हैं. पार्टी उन्हें मंत्री बनाने के इरादे से बिहार भेज रही है. बीजेपी सूत्र बताते हैं कि आलाकमान ने इस महीने की शुरूआत में ही शाहनवाज हुसैन को बता दिया था कि उन्हें बिहार जाना है. उन्हें आगे का रोड मैप भी समझा दिया गया था. दरअसल काफी दिनों से वनवास झेल रहे शाहनवाज हुसैन ने जम्मू-कश्मीर के चुनाव में पार्टी के लिए जीतोड़ मेहनत की थी. इसके बाद आलाकमान ने उनके लिए नया रोल तय कि या.
पहले ही बिहार में एक्टिव हो गये थे शाहनवाज हुसैन
जानकारों की मानें तो इस महीने की शुरूआत से ही शाहनवाज हुसैन बिहार में एक्टिव हो गये थे. वे लगातार बिहार के नेताओं से मिल रहे थे. उन्होंने मुख्यमंत्री और डिप्टी सीएम से लेकर बिहार के दूसरे नेताओं से मुलाकात की थी. शाहनवाज हुसैन पार्टी के दूसरे कार्यक्रमों में भी शिरकत कर रहे थे. बीजेपी के स्थानीय नेताओं को इसका अंदाजा नहीं था कि आगे क्या होने जा रहा है लेकिन शाहनवाज को पार्टी आलाकमान ने बता दिया था कि उनका रोल क्या होने जा रहा है.
नीतीश को हैंडल करेंगे शाहनवाज
बीजेपी के एक और नेता ने बताया कि शाहनवाज हुसैन का रोल नीतीश कुमार को सरकारी स्तर पर हैंडल करने का होगा. पार्टी उन्हें मंत्री बनायेगी. फिलहाल नीतीश मंत्रिमंडल में बीजेपी के जो भी मंत्री शामिल हैं उनमें सब कम तजुर्बे वाले हैं. डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद पहली दफे मंत्री बने हैं तो दूसरी डिप्टी सीएम रेणु देवी पहले कुछ दिनों के लिए बेहद कम महत्वपूर्ण विभाग की मंत्री रही हैं सिर्फ मंगल पांडेय ही ऐसे हैं जो 2017 से मंत्री हैं. लेकिन उनके संबंध नीतीश कुमार से ऐसे रहे हैं कि बीजेपी उनसे वह काम नहीं करा पायेगी जो अपने मंत्रियों से कराना चाहती है.
बीजेपी सूत्रों के मुताबिक बिहार में जनता ने बीजेपी पर भरोसा जताया. भले ही चुनाव पूर्व के एलान के कारण नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाना पड़ा लेकिन बीजेपी सरकार पर अपनी मजबूत पकड़ बनाये रखना चाहती है. अभी की स्थिति ये है कि कम अनुभव वाले मंत्रियों के कारण सरकारी बैठकों में बीजेपी वह दबाव नहीं बना पाती जो बनाना चाहिये था. खासकर कैबिनेट की बैठक में, जहां नीतीश अपनी मर्जी से सारे एजेंडे पास करा ले जाते हैं और बीजेपी के मंत्री देखते रह जाते हैं. फिलहाल आलम ये है कि बीजेपी के डिप्टी सीएम और मंत्री अपने विभाग के सचिव के पदस्थापन की बात भी मुख्यमंत्री से नहीं कर पाते. जिलों में डीएम-एसपी के ट्रांसफर पोस्टिंग में बीजेपी की कुछ नहीं चल रही है. ऐसे में सरकार पर बीजेपी की पकड़ कमजोर होती जा रही है.
बीजेपी सूत्रों के मुताबिक शाहनवाज हुसैन जैसा तजुर्बेकार नेता को सरकार में बीजेपी के एजेंडे को लागू कराने की जिम्मेवारी दी जायेगी. उनके जिम्मे ही बीजेपी के स्टैंड को सरकार में मजबूती से रखने का दायित्व होगा. चाहे वो कैबिनेट से बीजेपी का एजेंडा पास कराने का काम हो या ट्रांसफर पोस्टिंग में बीजेपी का भी ख्याल रखने की बात. शहानवाज अपनी पार्टी के एजेंडे को अमली जामा पहनायेंगे. अहम बात ये भी है कि शाहनावज हुसैन मुसलमान हैं. लिहाजा नीतीश को उनके खिलाफ स्टैंड लेने में मुश्किलें आयेंगी.
सुशील मोदी का विकल्प हैं शाहनवाज
दूसरे शब्दों में कहें तो शाहनवाज हुसैन को सुशील मोदी का विकल्प बना कर बिहार भेजा जा रहा है. बीजेपी सूत्रों के मुताबिक इसी बहाने सुशील मोदी की बिहार बीजेपी पर पकड़ को भी खत्म करने की कोशिश की जायेगी. अब ये देखना दिलचस्ल होगा कि शाहनवाज हुसैन आलाकमान के एजेंडे को किस हद तक अमल में लाते हैं.