PATNA : जातीय जनगणना के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी अब खुलकर सामने आ गई है. जातीय जनगणना के मसले पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव आज विधानसभा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात करने वाले हैं. लेकिन उसके पहले बीजेपी के एमएलसी संजय पासवान ने जातीय जनगणना को लेकर नया दांव खेल दिया है. संजय पासवान ने कहा है कि देश में गरीबी गणना होनी चाहिए, ना की जातीय जनगणना.
रिक्शे पर सवार होकर गले में प्लेकार्ड लटका विधानसभा पहुंचे बीजेपी एमएलसी संजय पासवान का कहना है कि देश में अब तक कितने गरीब हैं, इसकी संख्या किसी को नहीं मालूम. ऐसे में जो लोग जातीय जनगणना करा कर समाज को बांटना चाहते हैं, उन्हें समझ लेना चाहिए कि देश में गरीबों की तादाद सबसे ज्यादा है. इसलिए गरीब गणना होनी चाहिए.
बीजेपी एमएलसी ने कहा है कि गरीबों की स्थिति में बदलाव के लिए उनकी जनसंख्या का सही-सही पता होना बेहद जरूरी है. जनता दल यूनाइटेड की तरफ से जातीय जनगणना को लेकर मांग उठाए जाने पर संजय पासवान ने कहा कि या उनका स्टैंड है. हमारा रुख अलग है. हमारा मानना है कि जातीय जनगणना से समाज में विद्वेष फैलेगा. ऐसे में जरूरी है कि गरीब की गणना की जाए.
संजय पासवान से जब यह पूछा गया कि तेजस्वी यादव राज्य सरकार को अपने खर्च पर जातीय जनगणना कराने की सलाह दे रहे हैं. आज वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी मुलाकात करने वाले हैं. बीजेपी एमएलसी ने कहा कि उनके पास बहुत फंड है. वह अपने पैसे का इस्तेमाल कर जातीय जनगणना करा लें.