PATNA: जदयू में मिलन समारोह का सिलसिला जारी है। जदयू ने अपने ही सहयोगी दल बीजेपी और हम पार्टी को झटका दिया है। शुक्रवार को बीजेपी और हम के नेताओं ने जदयू का तीर संभाल लिया। भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सोनाधारी यादव ने जदयू की सदस्यता ली। वहीं जीतन राम मांझी की हम पार्टी से सत्यनारायण शर्मा ने भी सदस्यता ग्रहण की। जदयू प्रदेश कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा, मंत्री अशोक चौधरी और परिवहन मंत्री शीला मंडल ने इन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई। इस मौके पर पार्टी नेताओं ने विपक्ष पर जमकर तंज कसा।
जदयू प्रदेश कार्यालय में आज मिलन समारोह का आयोजन किया गया। बीजेपी कार्यसमिति के सदस्य व पूर्व मंत्री सोनाधारी सिंह यादव ने भाजपा का छोड़ जेडीयू का दामन थामा है। अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ सोनाधारी यादव ने आज जेडीयू की सदस्यता ग्रहण की। वही वहीं हम पार्टी के सत्यनारायण शर्मा ने भी सदस्यता ग्रहण की। जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने पार्टी की सदस्यता दिलाई। इस मौके पर मंत्री अशोक चौधरी और शीला मंडल भी मौजूद थे। बीजेपी छोड़कर जेडीयू में आए सोनाधारी सिंह यादव का जोरदार स्वागत किया गया।
बताया जाता है कि बीजेपी कार्यसमिति के सदस्य व पूर्व मंत्री सोनाधारी सिंह यादव बीजेपी के लिए रीढ़ की हड्डी माने जाते थे। जेडीयू प्रदेश कार्यालय में आज सोनाधारी सिंह यादव ने बीजेपी छोड़ जेडीयू का दामन थामा है। जेडीयू ज्वाइन करने के बाद पूर्व मंत्री सोनाधारी सिंह यादव के सूर ही बदल गये। बीजेपी के खिलाफ ही वे बोलने लगे। मीडिया से बातचीत के दौरान सोनाधारी सिंह यादव ने बीजेपी पर जमकर हमला बोला।
सोनाधारी सिंह यादव ने कहा कि बीजेपी जालसाज और धोखेबाज पार्टी है। जो धोखेबाज होगा वह हमेशा जनता को ठगने का काम करेगा। 8 साल तक बीजेपी में रहकर ऊपर से नीचे तक देख लिए हैं कुछ नहीं बचा है विषैला भरा हुआ है। हालांकि उन्होंने कहा कि उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कोई शिकायत नहीं है। लेकिन अमित शाह, संजय जायसवाल, तारकिशोर प्रसाद, सुशील कुमार मोदी सब सेम हैं।
बिहार में एनडीए की सरकार है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में सरकार अच्छे से चल रही है। सीएम नीतीश कुमार बिहार में बेहतर काम कर रहे हैं। सोनाधारी सिंह यादव ने जातीय जनगणना पर कहा कि पूरे देश में जातीय जनगणना होनी चाहिए। जातीय जनगणना कराने में किसी को कोई नुकसान नहीं होगा। जेडीयू में शामिल होने के बाद सोनाधारी सिंह यादव में केंद्र सरकार से जातीय जनगणना कराने की मांग की।
जदयू में शामिल होने वाले दोनों नेताओं नीतीश कुमार के प्रति आस्था जताई। सत्यनारायण शर्मा ने कहा कि नीतीश कुमार ने आरंभ से ही अनुसूचित जाति-जनजाति के मुद्दे पर साहसिक फैसला लिया है। इस वजह से घटक दल में रहने के बावजूद नीतीश कुमार के साथ काम करने का निर्णय लिया है।
जदयू में मिलन समारोह का सिलसिला लगातार जारी है। जदयू ने अपने ही सहयोगी दल बीजेपी और हम पार्टी को आज झटका दिया है। पिछले दिनों कांग्रेस के पूर्व विधान पार्षद राजेश राम, राजद नेता व पूर्व मंत्री मुनेश्वर चौधरी ने जदयू का दामन थामा था। कई अन्य बागियों ने भी जदयू की सदस्यता ग्रहण की थी और आज बीजेपी कार्यसमिति के सदस्य व पूर्व मंत्री सोनाधारी सिंह यादव ने भाजपा का छोड़ जेडीयू का दामन थाम लिया हैं वही वहीं हम पार्टी के सत्यनारायण शर्मा ने भी सदस्यता ग्रहण कर ली हैं।
मिलन समारोह के मौके पर मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि लालू ने जाति धर्म के नाम पर बिहार को बर्बाद किया जबकि नीतीश कुमार ने अपने 15 साल के कार्यकाल में बिहार का विकास किया। जातीय जनगणना को लेकर प्रधानमंत्री से मुलाकात में देरी होने पर दिए गये तेजस्वी के बयान पर अशोक चौधरी ने कहा कि यह महत्वपूर्ण राजनीतिक विषय है। राजनीति में कुछ लोग ज्यादा हड़बड़ी में रहते हैं। समय पर ही सब काम होता है ऐसा नहीं है कि प्रधानमंत्री ने समय नहीं दिया। 23 अगस्त को प्रधानमंत्री ने मिलने का समय दिया है।
जातीय जनगणना महत्वपूर्ण विषय है इस पर जल्द बातचीत होगी। संयम रखने की जरूरत है। सस्ती लोकप्रियता के लिए जल्दबाजी में कोई बयान नहीं देना चाहता। तेजस्वी ने सरकार पर बाढ़ पीड़ितों की मदद नहीं करने का आरोप लगाया गया है इस पर अशोक चौधरी तेजस्वी को घेरते हुए कहा कि तेजस्वी यादव बाढ़ में किन-किन जगहों पर गये है। वे सिर्फ अपने विधानसभा में ही गये है अन्य क्षेत्रों में भी जाकर देखें पता चल जाएगा कि सरकारी योजनाओं का लाभ मिल रहा है या नहीं। जहां हमें मालूम है कि सभी बाढ़ पीड़ितों तक राहत कार्य चलाए जा रहे हैं। सभी को इसका लाभ मिल रहा है।
जिनकी विरासत को उन्होंने ग्रहण किया है उस विरासत में क्या था उस वक्त बाढ़ पीड़ितों के साथ क्या हुआ था सबको पता है। जातीय और धर्म से ऊपर उठकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार में काम किया है। जो सपना नीतीश कुमार ने बिहार के लिए देखा है उसे पूरा करने के लिए उनके हाथों को मजबूत करें। 15 साल पहले की सरकार के काम को भी आपने देखा है और आज बिहार में हुए विकास कार्यों को भी देख लिजिए। दोनों सरकार के कार्यकाल की समीक्षा कर के देखिए अंतर खुद व खुद सामने आ जाएगा।