ब्रेकिंग न्यूज़

Railway News: बिहार के इन तीन रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों को मिलेगी नई सुविधा; जानिए क्या है खास Bihar Election 2025 : दूसरे चरण में 122 सीटों पर मतदान, राजद की साख और एनडीए की परीक्षा; सबसे ज्यादा इस पार्टी के उम्मीदवार मैदान में Bihar Election 2025: महिलाओं और युवाओं की ‘दोहरी क्रांति’, रिकॉर्ड वोटिंग से बदला चुनावी समीकरण; कौन बनेगा 'X फैक्टर' Bihar Election 2025: दूसरे चरण की वोटिंग से पहले नीतीश ने लालू-तेजस्वी की बढ़ा दी टेंशन, अब कैसे किला फतह? Bihar News: हमेशा के लिए ख़त्म हुई पोस्ट ऑफिस जाने की झंझट, बिहार के लोगों को अब एक क्लिक में मिलेगी डाक सेवाएं Bihar Politics : बिहार की 4 सीटों पर NDA और महागठबंधन का नया प्रयोग, देखिए नीतीश-तेजस्वी और मोदी किसे होगा फायदा Sonpur Fair: एशिया के सबसे बड़े मेले का आज होगा उद्घाटन, थियेटर से लेकर नए ब्रीड के पशु-पक्षियों को लेकर रहा है खूब चर्चित; जानिए इस बार क्या है ख़ास Bihar Election 2025 : सम्राट चौधरी बोले – जनता ने आधा आशीर्वाद दे दिया है, बाकी लेने जा रहे हैं, तेजस्वी यादव पर साधा निशाना Bihar Election 2025 : दूसरे चरण में जातीय समीकरणों की जंग, 122 सीटों पर ‘जाति बनाम जाति’ का दिलचस्प मुकाबला Bihar Crime News: 'सुनो न भाई जरा मेरी एक हेल्प कर दो...', गर्लफ्रेंड के भाई को दोस्त बना बॉयफ्रेंड करवा रहा था यह काम; अब हो गया बड़ा कांड

बिना शर्त एनडीए में गए मांझी, बोले- NDA का पार्टनर हूं लेकिन नीतीश ज्यादा पसंद हैं

1st Bihar Published by: Updated Wed, 02 Sep 2020 03:48:05 PM IST

बिना शर्त एनडीए में गए मांझी, बोले- NDA का पार्टनर हूं लेकिन नीतीश ज्यादा पसंद हैं

- फ़ोटो

PATNA : पूर्व सीएम जीतन राम मांझी इस वक्त पटना में प्रेस कांफ्रेस कर रहे हैं. महागठबंधन छोड़ने के आधिकारिक एलान के बाद मांझी ने कहा कि उनकी पार्टी जेडीयू के साथ जाएगी. हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि जेडीयू में हम का विलय नहीं होगा. वे एनडीए में अलाइंस के रूप में एकसाथ काम करेंगे. उन्होंने एक बड़ा बयान भी दिया है. उनका कहना है कि वो एनडीए का पार्टनर जरूर हैं लेकिन नीतीश के साथ उनकी नजदीकियां ज्यादा हैं.


पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि, "हमारी कोई शर्त नहीं है, सीट लेने को लेकर कोई बात नहीं हुई है. विधानसभा चुनाव में सीट बंटवारे को लेकर बाद में बातचीत होगी." उन्होंने ये भी कहा कि "अब हम नीतीश के सहयोगी के तौर पर काम करेंगे. हम एनडीए के पार्टनर जरूरहैं लेकिन जेडीयू से मेरी नज़दीकियां ज्यादा हैं, नीतीश कुमार से मेरी नज़दीकियां हैं."


उन्होंने ये भी कहा कि कॉडिनेशन कमिटी बनाने का काफी समय मैने आरजेडी और कांग्रेस को दिया लेकिन उन्होंने कॉडिनेशन कमिटी नहीं बनाई. जबकि 3 महीने आरजेडी को दिए और कोआर्डिनेशन कमेटी के लिए 3 महीने का वक्त कांग्रेस को भी दिया था. बचपन से ही सिद्धांत पर चलने की आदत रही है. जब साथ चलना मुश्किल हुआ तो हम गठबंधन से अलग हो गए.


सीएम नीतीश वाले बयान को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. मांझी के इस बयान से कई कयास लगाए जा रहे हैं. दरअसल महागठबंधन से अलग होने के बाद राजनीतिक गलियारे से ये खबर सामने आई थी कि मांझी की पार्टी हिंदुस्तान आवाम मोर्चा का जेडीयू में विलय भी हो सकता है. ये चर्चा काई जोरो पर रही थी. 


पूर्व सीएम जीतन राम मांझी जेडीयू से अलग होने के बाद ही उन्होंने अपनी पार्टी का गठन किया था. हालांकि उनकी पार्टी अब तक कुछ ख़ास नहीं कर पाई है. लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी का प्रदर्शन फिसड्डी रहा था. खुद मांझी भी चुनाव हार गए थे. महागठबंधन में रहते हुए भी मांझी अक्सर तेजस्वी के खिलाफ में बोलते थे. उनका कहना था कि किसी भी बड़े निर्णय को लेने के लिए महागठबंधन में कोऑर्डिनेशन कमिटी का गठन होना चाहिए, जिसे तेजस्वी आज तक टालते आये.