बिना हेलमेट बाइक चलाने वाले सावधान, पटना की सफलता के बाद अब तमाम जिलों में CCTV फुटेज के आधार पर कटेगा चालान

बिना हेलमेट बाइक चलाने वाले सावधान, पटना की सफलता के बाद अब तमाम जिलों में CCTV फुटेज के आधार पर कटेगा चालान

PATNA: हेलमेट नहीं लगाने वाले और यातायात के नियमों को तोड़ने वालों को पहले ट्रैफिक पुलिस वाहन जांच अभियान चलाकर पकड़ती थी और मौके पर ही चालान काटती थी। इस दौरान पुलिसकर्मियों के साथ वाहन चालकों की बकझक भी हो जाती थी। इन्ही समस्याओं को देखते हुए राजधानी पटना में चालान काटने का तरीका ही बदल दिया गया। यू कहे कि पूरे सिस्टम को हाईटैक कर दिया गया। इसके तहत पूरे पटना इलाके को सीसीटीवी से लैस कर एक कंट्रोल रूम बना दिया गया। जहां से पूरे पटना शहर की मोनिटरिंग की जा रही है। 


फिल्ड में तैनात पुलिस कर्मियों की ड्यूटी कंट्रोल रूम में लगा दी गयी। जिनका काम सीसीटीवी फुटेज को देखना और यह मॉनिटरिंग करना है कि कौन यातायत नियमों का पालन नहीं कर रहा है। पटना में यह सिस्टम सफल रहा। राजधानी में मिली सफलता के बाद अब सरकार ने तमाम जिलों को भी सीसीटीवी से लैस करने का फैसला लिया है। जिलों में भी सीसीटीवी फुटेज के आधार पर नियम तोड़ने वाले वाहन चालकों पर कार्रवाई की जाएगी। 


परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि सीसीटीवी की मॉनिटरिंग से यातायात उल्लंघनकर्ताओं पर नजर रखी जा सकेगी साथ ही अपराध और अन्य घटनाओं को नियंत्रित किया सकता है। जिला मुख्यालयों के भीड़-भाड़ वाले व्यस्तम एवं अन्य चौक-चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाये जायेंगे। इसके माध्यम से यातायात की मॉनिटरिंग की जायेगी। बिना हेलमेट बाइक चलाने वाले और अन्य यातायात नियम को तोड़ने वाले वाहन चालकों पर कार्रवाई की जायेगी। यह प्रस्ताव बिहार सड़क सुरक्षा परिषद् की बैठक से पारित किया गया है। जल्द की बिहार सड़क सुरक्षा परिषद्, परिवहन विभाग द्वारा जिला मुख्यालयों में सीसीटीवी लगाने के लिए टेंडर प्रकाशित  किया जायेगा।


प्रमंडलीय जिला मुख्यालयों में 3-3 और अन्य जिलों के चौराहों पर 2-2 लगेंगे सीसीटीवी कैमरे

परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि सड़क दुर्घटना में कमी लाने के उद्देश्य से जिला मुख्यालयों में सीसीटीवी के माध्यम से यातायात उल्लंघनकर्ताओं की निगरानी एवं चालानिंग का निर्णय लिया गया है। इसके तहत प्रमंडलीय जिला मुख्यालयों में 3-3 एवं अन्य जिला मुख्यालयों के 2-2 चौराहों को चिन्हित करते हुए सीसीटीवी कैमरे लगाये जायेंगे। इस संबंध में पुलिस महानिदेशक (यातायात) से प्रस्ताव मांगा गया है।


पटना में सफलता के बाद अन्य जिलों में किया जा रहा लागू

परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल की पहल पर वर्ष 2018 में राजधानी के विभिन्न मुख्य चौक-चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से यातायात उल्लंघनकर्ताओं की चालानिंग का कार्य शुरु किया गया था। इसकी सफलता के बाद अन्य जिला मुख्यालयों में भी सीसीटीवी कैमरे से चालानिंग का कार्य शुरु किये जाने का निर्णय लिया गया है। 


पटना में 99 प्रतिशत वाहन चालक पहनते हैं हेलमेट

 राजधानी पटना में आधुनिक सीसीटीवी कैमरे एवं हैंड हेल्ड डिवाइस के माध्यम से यातायात उल्लंघनकर्ताओं की ई चालानिंग की जा रही है। परिवहन एवं पुलिस की सख्ती की वजह से हेलमेट की प्रतिशतता में वृद्धि हुई है। लगभग 99 प्रतिशत वाहन चालक दोपहिया वाहन चलाते हेलमेट पहनते हैं। यही नहीं बाइक, स्कूटी चालक के साथ पीछे बैठने वाले भी हेलमेट लगाते हैं।


जहां स्मार्ट सिटी वहां स्मार्ट सिटी के कैमरे से होगी चालानिंग

राज्य के जिन शहरों में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट चल रहा है वहां यातायात उल्लंघनकर्ताओं की निगरानी एवं चालानिंग स्मार्ट सिटी अत्याधुनिक कैमरे के माध्यम से की जायेगी एवं शेष शहरों में बिहार सड़क सुरक्षा परिषद् द्वारा लगाये गये कैमरे के माध्यम से चालानिंग का कार्य किया जायेगा। 


वर्ष 2022 में सड़क दुर्घटना में बिना हेलमेट 1628 लोगों की मृत्यु

राज्य में वर्ष 2022 में कुल 10801 सड़क दुर्घटनाएं हुई थी।  इन सड़क दुर्घटनाओं में 8898 लोगों की मृत्यु हुई, जिसमें 1628 लोगों की मौत दोपहिया वाहन चलाते/सवारी करते हेलमेट नहीं पहनने के कारण हुई थी।


सीसीटीवी कैमरे से यातायात उल्लंघनकर्ताओं की चालानिंग के फायदे:-

1.    उल्लंघनकर्ता की पहचान:

सीसीटीवी कैमरों के उपयोग से यातायात उल्लंघनकर्ताओं को पहचाना और उन्हें चालान भेजकर नियंत्रित किया जा सकता है, जिससे सड़क सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकती है। 


2.    सुरक्षा का बढ़ावा: सीसीटीवी कैमरे से यातायात उल्लंघनकर्ताओं की चालानिंग से सड़क सुरक्षा में सुधार होगा। साथ ही अपराध और अन्य गतिविधियों को नियंत्रित किया जा सकता है।


3.    डाटा और एनालिटिक्स:

 सीसीटीवी कैमरों से जुटे डेटा का उपयोग करके यातायात के विभिन्न पहलुओं को अधिक विस्तार से अध्ययन किया जा सकता है। इससे यातायात प्रबंधन में सुधार किया जा सकता है।


4.    सुधार का अवलोकन:

 सीसीटीवी कैमरे के फुटेज का उपयोग करके सरकार और प्रशासन सुरक्षा और यातायात के संबंध में क्षेत्रों की जाँच कर सकते हैं और उन्हें सुधारने के लिए आवश्यक कदम उठा सकते हैं।

5.    अनुपालन की प्रेरणा:  चालानिंग के डर से लोग यातायात नियमों का पालन करने में अधिक सतर्क और सजग रहेंगे। 


6.    दोषियों को जुर्माना:- सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से, यातायात उल्लंघनकर्ताओं को पकड़ा जा सकता है और उनके खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है। इससे दोषियों को अपने कर्तव्यों के प्रति सजग रहने भावना विकसित होगी।