PATNA : RJD सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की तबीयत बिगड़ने के बाद दिल्ली एम्स में उनका इलाज चल रहा है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव बीमार लालू के साथ रिम्स से दिल्ली पहुंचे थे और फिलहाल दिल्ली में ही अपने पिता की देखभाल कर रहे हैं. इधर किसान आंदोलन के समर्थन में बिहार में महागठबंधन ने 30 जनवरी को मानव श्रृंखला बनाने का ऐलान किया है. ऐसे में बड़ा सवाल ये है कि क्या बीमार पिता को छोड़कर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव मानव श्रृंखला में शामिल होने बिहार आएंगे.
दरअसल तेजस्वी यादव लगातार ट्विटर के जरिए लोगों से किसानों के समर्थन में मानव श्रृंखला से जुड़ने की अपील कर रहे हैं. तेजस्वी यादव ने बुधवार को भी अपील की थी. आज एक बार फिर उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा- 'बिहार का किसान APMC व्यवस्था ध्वस्त किए जाने के बाद से बद से बदतर स्थिति में पहुँच गया. कभी MSP पर अनाज नहीं बेच पाया. क्या आप बिहार के किसानों को इस दुर्गति से बाहर नहीं निकालना चाहते? 30 जनवरी को मानव श्रृंखला में अपनी उपस्थिति का योगदान देकर देश के अन्नदाताओं को सम्मान दें.'
तेजस्वी यादव लगातार आरोप लगाते रहे हैं कि बिहार सरकार ने APMC एक्ट खत्म कर राज्य के किसानों को दूर दिन में पहुंचा दिया. राज्य में किसानों को MSP पर अनाज बेचने का लाभ नहीं मिल पाता है और सरकार की तरफ से दिया जा रहा एमएसपी केवल छलावा है. किसानों की इस लड़ाई को तेजस्वी यादव अपनी पार्टी के लिए एक मजबूत जनाधार के तौर पर देख रहे हैं. ऐसे में देखना होगा कि लालू यादव को छोड़कर तेजस्वी मानव श्रृंखला में शामिल होने पटना आते हैं या फिर नहीं.
अगर तेजस्वी यादव पटना आकर मानव श्रृंखला में शामिल नहीं होते हैं तो ऐसे में उनके विरोधियों को एक बड़ा सियासी मुद्दा मिल सकता है लेकिन आशंका इस बात की भी है कि अगर तेजस्वी पिता को छोड़कर मानव श्रृंखला में शामिल हुए तब भी कुछ विरोधी यह सवाल उठा सकते हैं कि तेजस्वी अपने पुत्र धर्म का पालन करने की बजाय सियासत के लिए दिल्ली से पटना आ गए.