सुशील मोदी के सामने नीतीश ने जोड़ा हाथ, प्रवासियों पर फजीहत होने के बाद PM के सामने कही यह बात

सुशील मोदी के सामने नीतीश ने जोड़ा हाथ, प्रवासियों पर फजीहत होने के बाद PM के सामने कही यह बात

PATNA : बिहार के डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी के दिन इन दिनों अच्छे नहीं चल रहे हैं. पलायन पर सुशील मोदी का बयान बीजेपी की परेशानी बढ़ा रहा है तो वहीं डिप्टी सीएम के इस बयान पर हो रही फजीहत ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की बेचैनी भी बढ़ा दी है. मोदी के बयान को लेकर नीतीश कुमार भी परेशानी में है.  इसका अंदाजा आज कोसी रेल मेगा ब्रिज के उद्घाटन कार्यक्रम में लग गया. 

प्रवासी शब्द पर जताया विरोध

दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोसी रेल मेगा ब्रिज का उद्घाटन किया. इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी, रेल मंत्री पीयूष गोयल ,केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, गिरिराज सिंह, नित्यानंद राय, बिहार के राज्यपाल फागू चौहान समेत अन्य लोग भी जुड़े हुए थे. इसी दौरान सुशील मोदी ने कोरोना काल के दौरान बिहार सरकार और केंद्र सरकार की तरफ से किए गए कार्यों का उल्लेख किया. मोदी ने इस बात का जिक्र किया कि कैसे प्रवासी मजदूरों को कोरोना काल में बिहार लाया गया. लेकिन डिप्टी सीएम की यह बात नीतीश कुमार को नागवार गुजरी. उन्होंने प्रवासी शब्द पर आपत्ति जताई और जब वह कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे तो उन्होंने सुशील मोदी के सामने हाथ जोड़ते हुए निवेदन किया कि प्रवासी शब्द का इस्तेमाल ना करें.


सुशील मोदी के बयान से हो रही फजीहत

दरअसल बिहार के डिप्टी सीएम और बीजेपी नेता सुशील मोदी का पलायन को लेकर एक बयान इन दिनों बड़ी तेजी से वायरल हुआ है. एक यूट्यूब चैनल को दिए इंटरव्यू में सुशील मोदी ने बिहार से होने वाले पलायन को शौकिया बताया था. इसके बाद सुशील मोदी की चौतरफा आलोचना हो रही है. बीजेपी सुशील मोदी के इस बयान को लेकर पहले ही बैकफुट पर है और अब नीतीश कुमार ने उन्हें प्रवासी शब्द पर नसीहत दे डाली है. नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में अपने ही डिप्टी सीएम के सामने हाथ जोड़ते हुए या आग्रह किया कि प्रवासी शब्द का इस्तेमाल ना करें.


पीएम के सामने फटकार

सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि सुशील मोदी को नसीहत देते हुए कहा कि प्रवासी कोई नहीं होता है. सभी लोग देशवासी होते है. यह अलग बात है कि कमाने के लिए दूसरे राज्य में राते हैं. लेकिन उनको प्रवासी कहना ठीक नहीं है. सीएम नीतीश ने पीएम मोदी और रेलवे को धन्यवाद दिया कि लॉकडाउन के दौरान अगर ट्रेनें नहीं चलती तो लोगों को और परेशानी होती. क्योंकि ट्रेन नहीं चलने के कारण लोग पैदल ही घर आ रहे थे, लेकिन रेलवे ने ट्रेन चलाया तो दूसरे राज्य में काम करने वाले बिहार के लोग अपने घर आए हैं. इसको लेकर मैं सभी को धन्यवाद देता हूं.