PATNA : बिहार विधान परिषद में आज कांग्रेस एमएलसी प्रेमचंद मिश्रा ने सवाल उठाया कि 5 साल के बच्चों को कंप्यूटर शिक्षा नहीं मिल पा रही है। प्रेमचंद मिश्रा ने सवाल पूछा कि प्रशिक्षित कंप्यूटर शिक्षकों को क्यों हटा दिया गया? प्रेमचंद्र मिश्रा ने पूछा कि बेल्ट्रॉन बिहार राज्य शैक्षणिक आधारभूत संरचना विकास निगम द्वारा आउटसोर्सिंग पर लगभग 1832 कंप्यूटर शिक्षकों की नियुक्ति आईसीटी योजना के तहत की गई थी। वर्ष 2017 में उन सभी कंप्यूटर शिक्षकों को सेवा मुक्त कर दिया गया। जिस वजह से बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं कंप्यूटर शिक्षक से वंचित हो गए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार यह बताएगी कि सेवा मुक्त किए जा चुके कंप्यूटर शिक्षकों की नियुक्ति का कोई प्रस्ताव विचाराधीन है या नहीं?
इसके जवाब में शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि आईसीटी स्कूल कार्यक्रम के तहत माध्यमिक विद्यालयों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को कंप्यूटर शिक्षा प्रदान करने के लिए सरकारी एजेंसी बेल्ट्रॉन द्वारा 1000 माध्यमिक विद्यालय और बीएसईआईडीसी द्वारा 832 माध्यमिक विद्यालयों में चयनित एजेंसी के माध्यम से कंप्यूटर और उससे संबंधित सामग्री पर 5 वर्षों के लिए क्रमिक रूप से स्थापित किया गया था। इकरारनामा की अवधि वर्ष अक्टूबर 2017 में समाप्त हुई।
इकरारनामा के अंतर्गत कंप्यूटर शिक्षकों को संबंधित एजेंसी के द्वारा अनुबंध पर रखा गया था। इकरारनामा की अवधि पूर्ण होने पर संबंधित एजेंसी के द्वारा कंप्यूटर प्रशिक्षकों की सेवा लेनी बंद कर दी गई। इस स्थिति में संबंधित शिक्षकों की नियुक्ति करने का प्रस्ताव नहीं है। विधान परिषद में शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि 50 अनुकरणीय विद्यालयों में स्कूल से ही इंटरनेट और कंप्यूटर से अवगत कराने की योजना शुरू की है। यह मॉडल सफल होगा तो आगे बढ़ाएंगे। बच्चे कंप्यूटर नहीं जानेंगे तो आगे नहीं बढ़ पाएंगे। सरकार कंप्यूटर के प्रचार-प्रसार पर जोर देगी।
वहीं बिहार के शिक्षा मंत्री विजय चौधरी पर कांग्रेस एमएलसी प्रेमचंद्र मिश्रा का करारा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि शिक्षक जगत को मौजूदा मंत्री ने चौपट कर दिया। शराब खोजने के लिए शिक्षकों को लगा दिया। आम जनता त्राहिमाम कर रहे हैं। अपराधियों का मनोबल बढ़ा हुआ है। पुलिस प्रशासन किसी से नहीं डर रहे। अपराधियों से आमजन में खौफ का माहौल है और शिक्षा मंत्री से जब शिक्षा पर जब सवाल करो तो वह मुस्कुराते हैं और सदन के साथ जनता को भ्रमित करते हैं।
कांग्रेस एमएलसी प्रेमचंद्र मिश्रा के जवाब पर शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि हमने कभी शिक्षकों से शराब पकड़ने को नहीं कहा। सिर्फ अनुरोध किया है, जिनमें जागरूकता है जो सहज है कि आप उन लोगों की सूचना दें जो शराब पीते हैं, शराब बेचते हैं या फिर शराब का स्टॉक रखते हैं। सरकार ने पहले ही कहा कि जो लोग भी इन तमाम चीजों की जानकारी देंगे उनकी पहचान गोपनीय रखी जाएगी। कोई टास्क नहीं दिया गया है। जैस एक आम जिम्मेदार नागरिक से सरकार उम्मीद करती है वैसे ही शिक्षकों से भी उम्मीद किया गया है कि वह अगर अपने आस पास कहीं शराब का क्रय-विक्रय करते देखें तो सूचित करें, यह कोई अप्रत्याशित बात नहीं है।