PATNA : बिहार में लगातार गहराते जा रहे कोरोना के खतरे को देखते हुए विधानसभा चुनाव को टालने की मांग तेज होती जा रही है. पटना हाईकोर्ट में आज याचिका दायर विधानसभा चुनाव की तिथि बढ़ाने की मांग की गयी है. जनहित याचिका में कहा गया है कि तय समय यानि अक्टूबर में विधानसभा चुनाव कराये गये तो स्थिति बेहद खतरनाक हो सकती है.
अगले साल फरवरी में चुनाव कराने की मांग
पटना हाई कोर्ट में अधिवक्ता बद्री नारायण सिंह की ओर से दायर अर्जी में कहा गया है कि बिहार में कोरोना का संक्रमण लगातार बढता जा रहा है. इस महामारी से मुकाबला करने के लिए आमलोगों के साथ ही सरकार भी परेशान है. लेकिन बीमारी का संक्रमण रुकने के बजाए बढ़ते ही जा रहा है. इस परिस्थिति में तय समय यानि अक्टूबर महीने में चुनाव करना खतरनाक है.
PIL दायर करने वाले वकील ने याचिका में कहा है कि कोरोना के कारण लोगों के सामने जान बचाने की चुनौती खड़ी हो गयी है. वहीं, महामारी के इस दौर में रोजी-रोटी जुटा पाना भी मुश्किल होता जा रहा है. आशंका जतायी जा रही है कि कोरोना की स्थिति अभी और विकराल रूप धारण करेगी. इन विकट परिस्थितियों में इस साल अक्टूबर महीने में विधानसभा का चुनाव कराना सही नहीं है. लिहाजा विधानसभा चुनाव की तिथि को आगे बढा कर अगले साल फरवरी महीने में चुनाव कराने पर चुनाव आयोग को विचार करना चाहिए.
हालांकि अभी सिर्फ याचिका दायर की गय़ी है. देखना होगा पटना हाईकोर्ट इस पर क्या निर्णय लेती है. ये याचिका तब दायर की गयी है जब बिहार में कोरोना का संकट लगातार गहराता जा रहा है. कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए पटना समेत बिहार के 11 जिलों में फिर से लॉकडाउन लगा दिया गया है. सूबे में कोरोना संक्रमितों की संख्या काफी तेजी से बढ़ती जा रही है. बिहार में अब तक तकरबीन 14 हजार लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हो चुकी है. कोरोना के कारण 109 लोगों की मौत भी हो चुकी है.