Ayush Mhatre: आयुष म्हात्रे ने पहले ही मैच में तोड़ा 18 साल पुराना रिकॉर्ड, विस्फोटक बल्लेबाजी देख फैंस बोले “इसे अब तक बचाकर क्यों रखा था” बेतिया में ग्रामीणों का इंसाफ: गांव की लड़की से छेड़खानी करने वाले 2 मनचलों को जमकर पीटा, चेहरे पर कालिख लगाकर चप्पल से पिटाई का Video Viral Lawrence Bishnoi: लॉरेंस बिश्नोई गैंग में धड़ल्ले से हो रही युवाओं की भर्ती, चुनौती से निपटने के लिए पुलिस ने तैयार किया मास्टरप्लान वर्दी का ख्वाब साकार कर रहे हैं अजय सिंह, फिजिकल की तैयारी के लिए युवाओं को दे रहे हाई जम्पिंग गद्दा कर्नाटक में पूर्व DGP की हत्या, पत्नी पर लगा संगीन आरोप, बिहार के रहने वाले थे ओम प्रकाश PBKSvsRCB: पंजाब किंग्स पर जीत के साथ विराट कोहली ने तोड़ डाला धोनी का यह बड़ा रिकॉर्ड, अब रोहित शर्मा की बारी Bihar News: चुनावी साल में केंद्र सरकार ने खोला खजाना, बिहार के लिए बनाया विकास का यह मेगा प्लान; जानिए.. Bihar News: एक गलती और कई दुकानें राख में तब्दील, लाखों की संपत्ति स्वाहा, कहीं आप भी तो नहीं करते यह भूल? मुंगेर में 5 मिनी गन फैक्ट्री का खुलासा, हथियार बनाते 3 कारीगर गिरफ्तार Bihar Crime: शराब तस्करों का पीछा करने के दौरान पुलिस की गाड़ी पलटी, 2 पुलिसकर्मी घायल, तस्कर गिरफ्तार
AURANGABAD : पंडित दीनदयाल उपाध्याय रेलखंड के रफीगंज रेलवे स्टेशन के पास औरगांबाद के प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ. योगेंद्र प्रसाद सिंह की मौत का मामला सामने आया है। हादसा पूर्वी केबिन के समीप हुआ, जहां अज्ञात ट्रेन की चपेट में आने 74 वर्षीय चिकित्सक की मौत हो गई।
बताया जा रहा है कि, डाउन मेन लाइन के रेलवे ट्रैक पर शव टुकड़ों में बिखरा हुआ था। शव को देख कुछ भी समझ नहीं आ रहा था। चिकित्सक के मोबाइल और कपड़ों से उनकी पहचान की गई। आरपीएफ के निरीक्षक प्रभारी बी. के. सिंह ने बताया कि सुबह 4.30 बजे कंट्रोल ने घटना की सूचना दी थी। जीआरपी थाना सोन नगर की पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए ले गई है।
बताया जा रहा है कि, मृतक गोह प्रखंड के बेरका पंचायत अंतर्गत असेया गांव निवासी थे। करीब 40 वर्ष से रफीगंज में चिकित्सा कार्य मे सेवा दे रहे थे। मृतक के छोटे पुत्र डॉक्टर नीतीश कुमार सिन्हा ने बताया कि पिताजी मानसिक रूप से बीमार चल रहे थे। रात्रि में करीब 1:00 बजे के आसपास घर से निकल गए थे। पुत्र ने बताया कि सूचना मिलने पर हम तुरंत वहां पहुंचे। शव रेलवे लाइन पर बिखरा हुआ था। मोबाइल एवं कपड़ों से पिताजी की पहचान हुई।
इधर, घटना की सूचना मिलते ही शहर और आसपास के गांवों के ग्रामीण भी पहुंचे। देखते ही देखते घटनास्थल पर ग्रामीणों की भीड़ लग गई थी। सूचना मिलने पर कई समाजसेवी एवं स्थानीय चिकित्सक भी घटनास्थल पर पहुंचे।