PATNA : बिहार सरकार के रहनुमाओं यानि सीएम से लेकर दूसरे मंत्रियों और अधिकारियों पर कोरोना का खतरा और गहरा गया है. बिहार के कैबिनेट सचिवालय विभाग का एक अहम कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव पाया गया है. कोरोना पॉजिटिव पाया गया कर्मचारी बिहार की कैबिनेट की बैठकों में मंत्रियों को एजेंडा दिया करता था. अब पूरी सरकार में हड़कंप मचा है.
कैबिनेट का आईटी कर्मचारी प़ॉजिटिव निकला
बिहार सचिवालय से मिल रही खबर के मुताबिक कैबिनेट सचिवालय विभाग में कार्यरत आईटी कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव निकला है. विभाग के कर्मचारियों ने बताया कि पॉजिटिव निकला कर्मचारी ही कैबिनेट का एजेंडा टाइप कर मंत्रियों को दिया करता था. आईटी कर्मचारी होने के कारण वह विभाग के आलाधिकारियों के भी निकट संपर्क में रहा करता था. लिहाजा उसके सपंर्क में आने वाले लोगों पर खतरा मंडरा रहा है.
पिछले शुक्रवार तक ड्यूटी कर रहा था आईटी कर्मचारी
कैबिनेट सचिवालय मे मिल रही जानकारी के मुताबिक कोरोना पॉजिटिव निकला आईटी कर्मचारी ने पिछले शुक्रवार तक ड्यूटी की थी. यानि पिछले शुक्रवार को हुई कैबिनेट की बैठक तक उसकी ड्यूटी थी. ऐसे में आशंकायें और बढ गयी हैं. ड्य़ूटी के दौरान ही उसने खांसी-सर्दी की शिकायत की. बाद में उसकी जांच करायी गयी तो वह कोरोना पॉजिटिव पाया गया. फिलहाल वह अपने घर नालंदा में है.
गौरतलब है कि इससे पहले बिहार विधान परिषद के सभापति के कोरोना पॉजिटिव होने के बाद बिहार के मुख्यमंत्री, डिप्टी सीएम के साथ साथ कई मंत्रियों और अधिकारियों पर खतरा मंडरा रहा है. वहीं नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव भी खतरे के दायरे में हैं. पिछले 3-4 दिनों में अवधेश नारायण सिंह बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ साथ कई प्रमुख और संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों से मिले थे. एक जुलाई को बिहार विधान परिषद में नये विधान पार्षदों का शपथ ग्रहण समारोह था. इस मौके पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी, बिहार विधान सभा के अध्यक्ष विजय चौधरी समेत बिहार सरकार के मंत्री श्रवण कुमार मौजूद थे. समारोह में बिहार सरकार के कई और मंत्री भी मौजूद थे. 29 जून को बिहार मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष के चयन के लिए हुई बैठक में भी अवधेश नारायण सिंह मुख्यमंत्री, विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी के साथ साथ नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के साथ मौजूद थे.