PATNA :विधानसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन के बाद लगातार कांग्रेस अंदरूनी विवाद का सामना कर रही है. इसका असर आज बिहार कांग्रेस के नए प्रभारी भक्त चरण दास के पटना पहुंचते ही देखने को मिला. मंगलवार को बिहार कांंग्रेस के नए प्रभारी जैसे ही मीटिंग में भाग लेने के लिए सदाकत आश्रम पहुंचे उन्हें कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने घेर लिया.
आक्रोशित कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बिहार कांग्रेस के प्रदेश नेतृत्व पर सवाल उठाते हुए बिहार विधानसभा में पैसा लेकर टिकट बेचने का आरोप लगाया. गुस्साए कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कहा कि यहां के नेता जमीनी स्तर पर काम नहीं करते हैं. ये सिर्फ हवा हवाई बाते करते हैं. न तो कोई कांग्रेस के नेता जमीनी स्तर से जुड़े कार्यकर्ताओं से मुलाकात करते हैं और न ही कोई जिला, पंचायत और गांव स्तर तक जाते हैं.
कार्यकर्ताओं ने कहा कि एक ही भिड़ घेरे रह रहा है इसलिए पार्टी की ये दुर्दशा है. पटना के किसी लोग को नेतृत्व नहीं दीजिए. गांव के किसी भी कार्यकर्ता को प्रदेश का नेतृत्व दीजिए फिर आपको अंतर देखने को मिलेगा. इसके साथ ही गुस्साए कार्यकर्ताओं ने इस बार चुनाव में जमीनी स्तर के कार्यकर्ता को टिकट नहीं दिया गया, पैसा लेकर टिकट बेच दिया गया. उन्होंने कहा कि शक्ति सिंह गोहिल और वीरेंद्र राठौर ने बिहार में पार्टी को बेचने का काम किया है. पार्टी को ऐसे नेताओं को चिन्हित कर कार्रवाई करने की जरूरत है. आक्रोशित कांग्रेस नेताओं की बात सुनकर बिहार कांग्रेस प्रभारी भक्त चरण दाल ने उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया, तब जाकर उनका गुस्सा शांत हुआ.
वहीं कांग्रेस नेता अजित शर्मा ने कहा कि जब कांग्रेस कार्यकर्ताओं का गुस्सा अपने हिसाब से ठीक है. उनकी सभी बातें हमने भी सुनी, उनकी शिकायत है कि पार्टी के नेता गांव और पंचायत में नहीं जाते हैं. उनकी शिकायत पार्टी जल्द ही दूर करेगी. गलती इंसानों से ही होती है और इस दूर करने का पूरा प्रयास किया जाएगा.