बिहार: पुलिस के हत्थे चढ़ा शातिर साइबर ठग, मुख्यमंत्री का प्राइवेट कंसल्टेंट बनकर CO को दे रहा था धमकी

बिहार: पुलिस के हत्थे चढ़ा शातिर साइबर ठग, मुख्यमंत्री का प्राइवेट कंसल्टेंट बनकर CO को दे रहा था धमकी

NALANDA: नालंदा साइबर अपराधियों के लिए सेफ जोन बनता जा रहा है। पुलिस ने मुख्यमंत्री का निजी परामर्शी बनकर सिलाव के सीओ को धमकाने वाले एक साइवर ठग को गिरफ्तार किया है। पीड़ित सीओ की शिकायत पर साइबर थाने की पुलिस ने यह कार्रवाई की है।


दरअसल, सिलाव के अंचलाधिकारी शंभू मंडल के मोबाइल फ़ोन पर एक शख्स ने सरकारी काम कराने के लिए पहले तो कई तरह का प्रलोभन दिया और जब सीओ ने इससे इनकार किया तो आरोपी शख्स ने खुद को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का निजी परामर्शी बताकर सीओ को धमकाने लगा। पीड़ित सीओ शंभू ममंडल ने बीते 14 फरवरी को नालंदा साइबर थाना में इसको लेकर केस दर्ज कराया था।


थाने में मामला दर्ज होने के बाद साइबर थाना की पुलिस एक्शन में आई और मामले में वैज्ञानिक अनुसंधान शुरू कर सोहसराय थाना क्षेत्र के श्रृंगार हाट मोहल्ला निवासी जगदीश प्रसाद के बेटे बैजू कुमार को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने गिरफ्तार आरोपी के पास से चार मोबाइल फोन बरामद किए हैं। साइबर डीएसपी ज्योति शंकर ने बताया कि गिरफ्तार शख्स बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सदस्य एवं मुख्यमंत्री के अतिरिक्त परामर्शी मनीष कुमार वर्मा बनकर सिलाव के अंचलाधिकारी को कई बार कॉल कर मनचाहा कार्य कराना चाह रहा था।


पुलिस के मुताबिक, इसके पहले साल 2012-13 में तत्कालीन डीएम संजय कुमार अग्रवाल, सिविल सर्जन डॉ. राम विलास रंजन और एसपी के नाम पर ठगी करने के मामले में जेल जा चुका है। नालंदा के एसपी अशोक मिश्रा ने लोगों को जागरूक करते हुए कहा कि वे फेक SMS या फेक कॉल से बचें, अगर बार बार अनजान नंबर से कॉल आता है तो इसकी जानकारी स्थानीय थाना को दें ताकि पुलिस सही समय पर एक्शन ले सके।