बेतिया में गंडक नदी की तेज धार में बहा चचरी पुल, कई गांवों का संपर्क टूटा हम पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने राजद और कांग्रेस पर बोला हमला, कहा..आरक्षण विरोधी रहा है दोनों पार्टियों का चरित्र Bihar Ias Officers: बिहार के 12 IAS अफसरों को मिली एक और नई जिम्मेदारी, पूरी लिस्ट देखें.... Bihar News: बिहार के 544 CO पर हुआ एक्शन, फिर भी अंचल अधिकारियों पर नहीं पड़ रहा प्रभाव, मंत्री ने की हाईलेवल मीटिंग बेगूसराय में नदी में डूबने से 4 की मौत, खगड़िया में एक बच्ची की गई जान Bihar News: इन जिलों में अगले 2 दिन भीषण बारिश, IMD ने पहले कर दिया सावधान Bihar News: बिहार की इन 8 महिला समेत 13 अफसरों की लगी ड्यूटी, 19-20 तारीख को करेंगे यह काम पटना फतुहा में टाटा कमर्शियल गाड़ियों के सबसे बड़े शोरूम ‘बुद्धा शक्ति’ का उद्घाटन, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने किया शुभारंभ FASTag Yogna: कार, जीप, वैन मालिकों के लिए बड़ी खबर....3000 रू का पास बनाएं और देशभर में करें यात्रा अब घरों में इन्वर्टर लगाने की नहीं पड़ेगी जरूरत: बिहार के 15 शहरों में लगने जा रही हाई-कैपेसिटी बैटरी इन्वर्टर, पावर कट होते ही 4 घंटे मिलेगी बिजली
1st Bihar Published by: Updated Sat, 02 Apr 2022 11:55:00 AM IST
- फ़ोटो
PATNA : बिहार में एक बार फिर अपहरण वाला दौर शुरू हो गया है. नीतीश कुमार के सुशासन वाले राज में भी अपराध के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं कि बिहार पुलिस ने अपहरण केस के जो आंकड़े दिए हैं, वह बेहद चौंकाने वाले हैं. बिहार पुलिस के आंकड़े बता रहे हैं कि बिहार में वर्ष 2021 में अपहरण के 10205 मामले सामने आये हैं.
इसमें फिरौती के लिए अपहरण के मामले में सबसे कम हैं. सबसे ज्यादा अपहरण प्रेम प्रसंग और शादी मामले में हुए हैं. फिरौती के लिए सबसे कम 36 है. जबकि 70 फीसद मामलों में प्रेम प्रसंग है. जबकि अन्य मामलों में सामान्य अपहरण की प्राथमिकी दर्ज हुई. इसमें भी कई मामले में बाद में फर्जी निकले.
एक न्यूज़ वेबसाइट में छपी खबर के मुताबिक सूबे में 10205 केस में 3241 अपहरण मामले सामने ऐसे आए, जिसमें प्रेम प्रसंग में अपहरण हुआ. इसमें सबसे अधिक फरवरी में 300 और मार्च में 320 केस हुआ. जबकि 7 मामले फर्जी पाये गए हैं. वहीं सामान्य अपहरण के 2477 केस दर्ज हुए, जिसमें 22 मामले फर्जी निकल गए. इसमें पुलिस ने कई मामलों का उद्भेदन भी कर दिया.
हालांकि बिहार में सामान्य अपहरण के साथ ही फिरौती के लिए अपहरण का आंकड़ा सबसे कम रहा. 37 में सिर्फ एक मामला फर्जी पाया गया. जबकि 36 मामलों में फिरौती के लिए अपहरण हुआ था. वहीं सूबे में अपहरण के बाद हत्या के 118 मामले सामने आए. इसमें एक कांड फर्जी निकल गया. जबकि 177 मामले पुलिस रिकार्ड में दर्ज किये गए.