PATNA: तमिलनाडु में रहने वाले बिहारी सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर अपनी जान बचाने की गुहार लगा रहे हैं. वे अपने उपर हो रहे हमलों का वीडियो जारी कर रहे हैं. वहां रह रहे बिहार के लोग कह रहे हैं कि अब तक उनके 15 साथियों की हत्या की जा चुकी है. लेकिन अब बिहार पुलिस का बयान आया है. तमिलनाडु में रहने वाले सारे बिहारी सुरक्षित हैं. उनके मान-सम्मान और जीवन का पूरा ख्याल रखा जा रहा है. जितने वीडियो आ रहे हैं वे सब फर्जी हैं।
बिहार पुलिस का दावा पढ़िये
बिहार पुलिस ने प्रेस रिलीज जारी किया है. उसमें कहा गया है कि समाचार पत्रों तथा अन्य माध्यमों से ये सूचना आने पर कि तमिलनाडु राज्य में प्रवासी हिन्दी भाषी श्रमिकों तथा कामकाजी लोगों के साथ कुछ स्थानीय लोगों द्वारा हमला कर मारपीट की जा रही है. बिहार पुलिस ने विभिन्न माध्यमों से प्राप्त हुई सूचना पर अविलम्ब संज्ञान लिया है. बिहार के डीजीपी ने तमिलनाडु राज्य के पुलिस महानिदेशक से बात कर स्थिति की जानकारी ली है.
इसमें तमिलनाडु पुलिस द्वारा ये जानकारी दी गयी है कि उत्तर भारतीयों और हिन्दी भाषी लोगों पर हमले की पोस्ट बिना तथ्यों की पुष्टि किये की गयी हैं. यह भ्रामक तथा अफवाह है. प्रसारित किये जा रहे 02 वीडियो में से एक वीडियो तमिलनाडु के त्रिपुर में बिहार तथा झारखण्ड के श्रमिकों के बीच झड़प की घटना का है, जबकि दूसरा वीडियो कोयम्बटूर के स्थानीय निवासियों के बीच विवाद की घटना का है. राज्य में सभी हिन्दी भाषी सुरक्षित हैं. सभी के मान सम्मान तथा जीवन की सुरक्षा का ध्यान रखा जा रहा है.
बिहार पुलिस की प्रेस रिलीज में कहा गया है कि तमिलनाडु पुलिस ने लोगों से अपील की है कि किसी भ्रामक समाचार या अफवाह पर विश्वास ना करें. तमिलनाडु पुलिस ने अपने ट्विटर हैण्डल @tmpoliceofil पर वस्तुस्थिति से सम्बन्धित ट्वीट किया है. बिहार पुलिस भी अपने ट्विटर हैण्डल @bihar police पर अद्यतन ट्वीट कर रही है. पुलिस महानिदेशक, तमिलनाडु ने तमिलनाडु पुलिस के ट्विटर हैण्डल @tnpoliceofil पर एक वीडियो जारी कर भ्रामक वीडियो का खण्डन किया गया है. बिहार पुलिस ने इस वीडियो को रीट्वीट किया है. बिहार पुलिस के द्वारा भी लगातार वहाँ से सम्पर्क रखा जा रहा है तथा स्थिति पर निगरानी रखी जा रही है.