BUXAR: बड़ी खबर बक्सर से आ रही है, जहां पुलिस और ग्रामीणों के बीच तीखी झड़प हुई है। चौसा में निर्माणाधीन 1320 मेगा वॉट थर्मल पावर प्लांट के गेट पर धरना दे रहे किसानों ने जमकर बवाल मचाया। धरनास्थल पर पहुंची जिला प्रशासन और पुलिस की टीम ने किसानों को बलपूर्वक हटाने की कोशिश की। जिसपर किसान भड़क गए और पुलिस टीम पर हमला बोल दिया।
इस हमले में किसानों के साथ साथ कुछ पुलिसकर्मी भी जख्मी हुए हैं। इस दौरान गुस्साए किसानों ने प्रशासन की चार गाड़ियों के शीशे भी तोड़ दिए हैं। किसानों के भारी विरोध को देखते हुए प्रशासनिक टीम को पीछे हटने पर मजबूर होना पड़ा। बताया जा रहा है कि कुछ पुलिस पदाधिकारी को भी चोटे आई है। घटना की जानकारी मिलते ही जिला प्रशासन अलर्ट हो गया है। घटनास्थल पर स्थानीय मुफस्सिल थाने के साथ ही राजपुर, धनसोई समेत जिलेभर की पुलिस टीम तथा वरीय अधिकारी मौजूद है।
जानकारी के मुताबिक, किसान अपनी 11 सूत्री मांगों के समर्थन में निर्माणाधीन थर्मल पावर प्लांट के मुख्य गेट पर ही धरना देकर काम ठप कर दिया था जबकि प्रशासनिक टीम तथा पुलिस उन्हें कंपनी के गेट से अलग हटकर धरना देने का अल्टीमेटम दे चुकी थी लेकिन किसान मानने को तैयार नहीं थे। सोमवार को बक्सर एसडीओ धीरेंद्र कुमार मिश्रा सदर डीएसपी धीरज कुमार तथा कंपनी के नए मुख्य कार्यकारी पदाधिकारी के साथ किसानों की वार्ता विफल हो गई थी। जिसके बाद प्रशासन की टीम ने किसानों के साथ बलपूर्वक निपटने की रणनीति बनकर आई थी।
पिछले वर्ष भी प्रशासन और स्थानीय किसानों का टकराव हो चुका था। तब काफी सियासी ड्रामा भी हुआ था और राष्ट्रीय स्तर के किसान नेता राकेश टिकैत समेत सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेता यहां पहुंच किसनों को न्याय दिलाने का वादा कर चुके थे बावजूद किसानों को न्याय नहीं मिल सका है। यही कारण है कि किसान लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे हैं और आज इसी दौरान बवाल हो गया। पुलिस सूत्रों कि मानें एसडीपीओ धीरज कुमार, मुफस्सिल थाना प्रभारी चन्दन कुमार झा का सिर फूटा है, वहीं कई महिला सब इंस्पेक्टर व पुलिस घायल हुए हैं।