Bihar Election 2025 : ‘18 तारीख को मुख्यमंत्री पद की शपथ लूंगा...’, तेजस्वी यादव ने एग्जिट पोल को झुठलाया, कहा – आ रही है महागठबंधन की सरकार, लिखकर रख लो... UPSC Mains Result 2025: सिविल सेवा मुख्य परीक्षा का रिजल्ट जारी, 2736 उम्मीदवार सफल; अब इंटरव्यू राउंड की करें तैयारी UPSC Mains Result 2025: सिविल सेवा मुख्य परीक्षा का रिजल्ट जारी, 2736 उम्मीदवार सफल; अब इंटरव्यू राउंड की करें तैयारी Dharmendra Health Update: अस्पताल से डिस्चार्ज हुए धर्मेंद्र, सनी देओल ने दिया हेल्थ अपडेट; कहा- "वे ठीक हो रहे हैं और रिकवर कर रहे हैं" PMCH Patna : पटना के इस अस्पताल में ईएनटी मरीजों के लिए राहत, शुरू हुआ 30 बेड का अत्याधुनिक इंडोर वार्ड Bihar Election 2025: समस्तीपुर और सीवान के बाद अब यहां मिलीं सैकड़ों VVPAT स्लिप्स, वोटिंग की गोपनीयता पर उठ रहे सवाल Bihar Election 2025: समस्तीपुर और सीवान के बाद अब यहां मिलीं सैकड़ों VVPAT स्लिप्स, वोटिंग की गोपनीयता पर उठ रहे सवाल Bihar Elections 2025: बिहार चुनाव में नेता जी ने इस चीज़ में जमकर उड़ाए रुपए, हजारों-लाखों नहीं करोड़ों कर दिए खर्च; जानिए क्या है वह पूरी खबर Bihar Election 2025 : मतगणना के दिन पटना में ट्रैफिक प्लान जारी, ए.एन. कॉलेज के आसपास वाहनों की आवाजाही पर रोक Bihar Crime News: पारिवारिक विवाद में महिला ने उठाया खौफनाक कदम, दो बच्चों के साथ मां की गई जान
1st Bihar Published by: Updated Sat, 23 Oct 2021 09:09:34 AM IST
- फ़ोटो
MUZAFFARPUR : बिहार में कल पंचायत चुनाव के चौथे चरण की मतगणना हुई जिसमें पहले तीन चरणों की तरह ही इस बार भी जनता ने कई दिग्गजों को नकार दिया. इधर पंचायत चुनाव में मंत्री के भाई को भी हार का सामना करना पड़ा. इनके अलावा विधायक की बहु भी जिला परिषद की सदस्य नहीं बन पाई.
आपको बता दें कि बिहार के राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री रामसूरत राय के बड़े भाई भरत राय ने मुजफ्फरपुर जिला में बोचहां प्रखंड की गरहां पंचायत से मुखिया चुनाव लड़ा था. लेकिन यहां जनता ने उन्हें नकार दिया. वो जीत के करीब पहुंच कर महज 76 मतों से चुनाव हार गए.
इनके अलावा बोचहां के विधायक मुसाफिर पासवान की बहू भी चुनाव हार गई है. वो जिला परिषद के सदस्य पद का चुनाव हार गईं है. विधायक मुसाफिर पासवान के रिश्तेदारों और समर्थकों को उम्मीद थी कि विधायक की बहू होने के नाते इस बार उन्हें बड़ी जीत मिलेगी, लेकिन जनता ने नकार दिया.
इस बार बिहार पंचतायत चुनाव में सत्ता पर काबिज विधायकों और मंत्रियों को जनता का प्यार नहीं मिल रहा है. गांव की सरकार बनाने में जनता किसी प्रभाव से प्रभावित हुए बिना अपने प्रतिनिधि चुन रहे हैं. यही वजह है कि गांवों की सत्ता पर काबिज माननीयों को जनता एक-एक कर खारिज कर रही.