Bihar News: बिहार में बेलगाम बस ने सगे भाइयों को रौंदा, एक की मौत के बाद आक्रोशित लोगों ने किया सड़क जाम Bihar News: गजब....निर्दलीय प्रत्याशी के काउंटिंग एजेंट नीतीश कैबिनेट में 'मंत्री' बन गए, जिसके मतगणना अभिकर्ता बने थे...उन्हें सिर्फ 327 मत मिले Bihar political news : सम्राट चौधरी के निजी सचिव के नाम पर MLC नीरज कुमार को धमकी भरा पत्र, मैसूर से भेजे गए अभद्र टिप्पणी वाला लेटर Road Accident: शादी में शामिल होने जा रहे चाचा-भतीजे की मौत, पेड़ से टकराकर गड्ढे में गिरी कार; गई जान Bihar Police Action : सम्राट चौधरी के गृह मंत्री बनते ही बिहार में एनकाउंटर, पुलिस ने कुख्यात अपराधी शिवदत्त को मारी गोली Bihar News: बिहार में गाय का मांस पकड़ाया, भड़के लोगों को शांत कराने के लिए पुलिस ने की 10 राउंड फायरिंग Bihar News: सरकारी चापाकल को घेरने को लेकर विवाद, दोनों पक्षों में हुई मारपीट; जांच में जुटी पुलिस Minister Takes Charge : 'भैया आपलोग समय क्यों बर्बाद कर रहे ...; पदभार लेते ही पत्रकारों पर भड़के पंचायती राज विभाग के मंत्री दीपक प्रकाश, अधिकारियों को दिया यह निर्देश Bihar Police : डीजीपी विनय कुमार का बड़ा बयान,कहा - क्रिमनल और क्राइम से नहीं होगा कोई समझौता; फैमिली संग पहुंचे माता मुंडेश्वरी मंदिर Special Train: यात्रियों के लिए खुशखबरी! रेलवे ने शुरू की 14 जोड़ी नई ट्रेनें, स्टेशनों पर भी खास सुविधा
1st Bihar Published by: Updated Sat, 23 Oct 2021 09:09:34 AM IST
- फ़ोटो
MUZAFFARPUR : बिहार में कल पंचायत चुनाव के चौथे चरण की मतगणना हुई जिसमें पहले तीन चरणों की तरह ही इस बार भी जनता ने कई दिग्गजों को नकार दिया. इधर पंचायत चुनाव में मंत्री के भाई को भी हार का सामना करना पड़ा. इनके अलावा विधायक की बहु भी जिला परिषद की सदस्य नहीं बन पाई.
आपको बता दें कि बिहार के राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री रामसूरत राय के बड़े भाई भरत राय ने मुजफ्फरपुर जिला में बोचहां प्रखंड की गरहां पंचायत से मुखिया चुनाव लड़ा था. लेकिन यहां जनता ने उन्हें नकार दिया. वो जीत के करीब पहुंच कर महज 76 मतों से चुनाव हार गए.
इनके अलावा बोचहां के विधायक मुसाफिर पासवान की बहू भी चुनाव हार गई है. वो जिला परिषद के सदस्य पद का चुनाव हार गईं है. विधायक मुसाफिर पासवान के रिश्तेदारों और समर्थकों को उम्मीद थी कि विधायक की बहू होने के नाते इस बार उन्हें बड़ी जीत मिलेगी, लेकिन जनता ने नकार दिया.
इस बार बिहार पंचतायत चुनाव में सत्ता पर काबिज विधायकों और मंत्रियों को जनता का प्यार नहीं मिल रहा है. गांव की सरकार बनाने में जनता किसी प्रभाव से प्रभावित हुए बिना अपने प्रतिनिधि चुन रहे हैं. यही वजह है कि गांवों की सत्ता पर काबिज माननीयों को जनता एक-एक कर खारिज कर रही.