बिहार और झारखंड में NIA की रेड, दो साल पहले हुई थी कई लोगों की गिरफ़्तारी ; जानिए क्या है पुरा मामला

बिहार और झारखंड में NIA की रेड, दो साल पहले हुई थी कई लोगों की गिरफ़्तारी ; जानिए क्या है पुरा मामला

PATNA : नरेश भोक्ता हत्याकांड मामले में भाकपा (माओवादी) की संलिप्ता को लेकर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के द्वारा झारखंड और बिहार में सात ठिकानों पर रेड मारी है। हालांकि, इस मामले में नामजद क्सली को सीआरपीएफ व जिला पुलिस जवानों ने करीब दो वर्ष पहले अरेस्ट कर लिया था। नरेश सिंह भोक्ता की हत्या साल 2018 में नक्सलियों के द्वारा कर दी गयी थी। 


मिली जानकारी के अनुसार, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन सीपीआई (माओवादी) द्वारा नरेश सिंह भोक्ता की नृशंस हत्या के मामले में आज गुरुवार को बिहार के गया और औरंगाबाद जिले और झारखंड के पलामू जिले में आरोपियों और संदिग्ध व्यक्तियों के परिसरों की तलाशी ली है।एसेंसी ने गिरफ्तार कमांडरों और भाकपा (माओवादी) के ओजीडब्ल्यू/समर्थकों के आवासीय परिसरों में तलाशी ली है। इस दौरान विभिन्न डिजिटल उपकरणों जैसे मोबाइल फोन, सिम कार्ड, आपत्तिजनक दस्तावेजों की जब्ती की गई है। 


मालूम हो कि, इससे पहले कल बुधवार की सुबह बिहार एनआईए की टीम ने पलामू जिले के माओवादी स्टेट कमिटी सदस्य अभिजीत यादव और सब जोनल कंमाडर राम प्रसाद यादव के घर में छापेमारी की थी। माओवादी अभिजीत यादव छतरपुर थाना क्षेत्र के बंधुडीह गांव का रहने वाला है, जबकि प्रसाद यादव छतरपुर थाना क्षेत्र के बगैया गांव का है। 


आपको बताते चलें कि, बैन आतंकवादी द्वारा बुलाई गई तथाकथित 'जन अदालत' में भाकपा (माओवादी) के शीर्ष नेतृत्व और नक्सल कैडरों द्वारा पुलिस मुखबिर के रूप में लेबल किए जाने के बाद, 2 नवंबर 2018 की रात को नरेश भोक्ता का अपहरण कर लिया गया था और उसकी हत्या कर दी गई थी। जिसके बाद उसका शव बिहार के औरंगाबाद जिले के मदनपुर थाना क्षेत्र के बधाई बिगहा गांव के पास बरामद किया गया था।