EAST CHAMPARAN: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रगति यात्रा का आज दूसरा दिन था। अपनी इस यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पूर्वी चंपारण के केसरिया पहुंचे थे जहां उन्होंने 201 करोड़ रुपए की विभिन्न योजनाओं की सौगात दी। इस यात्रा के दौरान विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया गया।
इस दौरान उन्होंने सुंदरापुर पंचायत में बने हाई स्कूल खेल मैदान, तालाब, कुआं का भी उद्घाटन किया गया। पूर्वी चंपारण के केसरिया के सुंदरपुर गांव एवं सुगौली के सुगांव में कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद सीएम नीतीश ने मोतिहारी में कचहरी रेलवे गुमटी पर बने रेल ओवर ब्रिज पर फीता काटकर ब्रिज को आम लोगों को समर्पित किया। इस पुल का निर्माण बिहार राज्य पुल निर्माण निगम के द्वारा 29 करोड़ 95 लाख रुपये के लागत से किया गया है।
पूर्वी चम्पारण (मोतिहारी) जिले में सीएम नीतीश ने कहा कि पूर्वी चम्पारण जिले में विकास का काफी काम करा दिया है फिर भी जो कुछ छूट गया है या कमी रह गयी है उसे पूरा किया जायेगा। यहाँ आने से पहले भी और आज भी कई गन्ना किसानों ने बताया है कि गन्ने का जो मूल्य उन्हें मिलता है वह कम है। मैंने कल ही पश्चिम चम्पारण जिले की यात्रा के दौरान गन्ना उद्योग विभाग के पदाधिकारियों को निर्देश दिया है कि गन्ना के मूल्य में कम से कम 20 रु० प्रति क्विंटल की बढ़ोत्तरी की जाए। 10 रु० प्रति क्विंटल की बढ़ोत्तरी पहले ही की जा चुकी है। इसके अलावा 10 रु० प्रति क्विंटल की बढ़ोत्तरी इसी सीजन से और की जायेगी जिसका व्यय राज्य सरकार द्वारा वहन किया जायेगा। मुझे खुशी है कि अब गन्ना किसानों को पिछले वर्ष की तुलना में 20 रु0 प्रति क्विंटल अधिक दाम मिलेगा।
उन्होंने बताया कि आज यात्रा के दूसरे दिन मुझे मजुराहा जाने का मौका मिला। वहाँ पर धनौती नदी पर पुल बनाने की बात लोगों ने कही है। मुझे स्थल भ्रमण से स्पष्ट दिखा है कि यदि वहाँ पुल बनाया जाता है तो लोगों को कोटवा जाने में सुविधा होगी। मैंने पथ निर्माण विभाग के पदाधिकारियों को निर्देशित किया है कि मोतिहारी शहर को सीधे कोटवा से जोड़ने के लिए धनौती नदी पर पुल का निर्माण करायें। यहाँ अरेराज में सामेश्वरनाथ मंदिर अवस्थित है जो पौराणिक महत्व का है। मुझे भी मंदिर जाने का अवसर मिला है। यहाँ बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं जिनके लिए मंदिर परिसर में और सुविधाओं की आवश्यकता है तथा आने का रास्ता भी संकरा है। मैंने पर्यटन विभाग एवं पथ निर्माण विभाग के पदाधिकारियों को निदेश दिया है कि मंदिर परिसर का विकास एवं मंदिर पहुंचने के लिए सुगम सम्पर्क पथ का निर्माण शीघ्र करायें।
वही रक्सौल अनुमंडल में बंगरी नदी पर बाढ़ से बचाव के लिए तटबंध का निर्माण कराया जायेगा। इसके निर्माण से रक्सौल प्रखंड के संबंधित गाँव लाभान्वित होंगे। पूर्वी चम्पारण जिले में बागमती नदी के दाएँ तटबंध पर पक्की सड़क का निर्माण किया जायेगा। इससे ढ़ाका-पताही शिवहर-बेलसंड-रुन्नीसैदपुर के बीच आवागमन सुलभ एवं सुचारू होगा। घुड़दौर पोखर, पताही का जीर्णोद्वार एवं पर्यटन स्थल के रूप में विकास किया जायेगा। यह पोखर लगभग 750 वर्ष पुराना है। सीताकुंड धाम के परिसर एवं सम्पर्क पथ का विकास किया जायेगा। इसके निर्माण से यहाँ आने वाले श्रद्धालुओं को काफी सुविधा होगी। मेहसी उज्हिलपुर पंचायत के इब्राहिमपुर ग्राम में बूढ़ी गंडक नदी पर पुल का निर्माण किया जायेगा। इससे लोगों को आवागमन में सुविधा होगी।
चिरैया शांति चौक से भेलवा बाजार घोडासहन तक सड़क का निर्माण किया जायेगा। इससे क्षेत्र की जनता के साथ-साथ औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान के प्रशिक्षुओं को यातायात में सुविधा मिलेगी। गाँधी उच्च विद्यालय, बड़हरवा लखनसेन का विकास किया जायेगा। इस स्थल पर चम्पारण सत्याग्रह के दौरान महात्मा गांधी जी लगभग 6 माह तक ठहरे थे तथा उनके द्वारा प्रथम बुनियादी विद्यालय की स्थापना की गयी थी। इसके विकास से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
वर्तमान में केन्द्र सरकार द्वारा रक्सौल एयरपोर्ट के विकास का काम किया जा रहा है। इसका और विस्तार होना चाहिए। इसके लिए जितनी भी जमीन की आवश्यकता होगी राज्य सरकार उसे उपलब्ध कराएगी। लाल-बकेया नदी पर बलुआ-गुआबारी के सामने RCC पुल का निर्माण किया जायेगा।