BAGAHA: पश्चिमी चपारण के बाल्मिकीनगर टाइगर प्रोजेक्ट के जंगलों से निकल कर एक बाघ रिहायशी इलाके में पहुंच गया है। गांव में बाघ की चहलकदमी से ग्रामीण दहशत में हैं और अपने घरों में दुबकने को मजबूर हो गए हैं। मानपुर के लौकर गांव में बाघ ने भैंस के बच्चे पर हमला कर उसे खींचकर ईंख के खेत में लेकर चला गया। मानपुर थाना क्षेत्र के कई गांवों के लोग खौफ के साए में जी रहे हैं।
बाघ के डर से ग्रामीणों ने गांव के बाहर जाना छोड़ दिया है और बहुत जरूरी काम पर ही घर से निकल रहे हैं। मंगलवार की सुबह जब ग्रामीण गांव के बाहर अपनी भैंसों को चरा रहे थे, तभी बाघ ने हमला बोला और भैंस के बच्चे को खींच ले गया। बाघ के हमले के बाद ग्रामीणों ने किसी तरह से भागकर अपनी जान बचाई और गांव पहुंचकर लोगों को घटना की जानकारी दी।
ग्रामीणों द्वारा वन विभाग और पुलिस को इसकी जानकारी दे दी है। फॉरेस्टर रूपा सिन्हा ने बताया है कि जंगल से भटक कर मादा बाघ गांव मे पहुंची है। वन विभाग की टीम उसे ट्रैक करने की कोशिश कर रही है। वन विभाग की कोशिश है कि बाघ वापस जंगल की तरफ लौट जाए। उधर, पुलिस भी इसपर नजर बनाए हुए हैं और ग्रामीणों से सतर्क रहने की अपील की है।