दुमका में खौफनाक कांड: पत्नी और दो बच्चों की हत्या के बाद पति ने किया खुदकुशी, इलाके में सनसनी अरवल: पैर फिसलने के बाद आहर में गिरा युवक, पानी में डूबने से हुई मौत नए लेबर कोड्स के तहत ऑडियो-विज़ुअल और डिजिटल मीडिया वर्कर्स को क्या-क्या मिलेंगे लाभ? जानिये PM और एक महिला विधायक का मॉर्फ कर FB पर आपत्तिजनक फोटो डालने वाले शख्स के खिलाफ केस दर्ज, बिहार पुलिस ने लिया एक्शन धनकूबेर निकला उत्पाद अधीक्षक अनिल आजाद: करोड़ों की जमीन और निवेश का खुलासा, जानिये पत्नी के नाम पर कितना है जमीन? SAHARSA: गैस लीकेज रहने के कारण सिलेंडर में लगी आग, बाप-बेटे झुलसे लालू की पार्टी पर जीतन राम मांझी ने कसा तंज, कहा.. बिहार में आरजेडी का हश्र डायनासोर के जैसा होगा Amazon ने लॉन्च किया नया Price History फीचर, अब सेल की ‘फर्जी डिस्काउंट’ ट्रिक से बचेगा ग्राहक Bihar News: बिहार के स्कूलों में लागू होगा डिजिटल अटेंडेंस सिस्टम, टैबलेट से बच्चों और शिक्षकों की ऑनलाइन हाजिरी Bihar road construction : बिहार में गांवों में बदलेगी सड़कों की सूरत , ग्रामीण कार्य मंत्री का बड़ा फैसला; अब सरकार लीज पर लेगी जमीन
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Wed, 02 Oct 2024 08:10:37 AM IST
- फ़ोटो
PATNA : बिहार सरकार ने सड़क सुरक्षा और दुर्घटनाओं को कम करने के लिए एक नई योजना शुरू की है। इस योजना के तहत राज्य के व्यावसायिक वाहन चालकों को बीमा स्वास्थ्य जांच और कौशल विकास के लिए सहायता प्रदान की जाएगी। इस योजना से ट्रक बस और टैक्सी जैसे वाहन चलाने वाले ड्राइवरों और उनके परिवारों को काफी लाभ होगा।
दरअसल, अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ ने बताया कि मुख्यमंत्री वाहन चालक कल्याण योजना से ट्रक, बस, टैक्सी जैसे वाहन चलाने वाले व्यावसायिक वाहन चालकों और उनके परिवार को काफी लाभ होगा। इन चालकों को विशेष पहचान नंबर (यूनिक आइडी) दी जाएगी। योजना के तहत प्रत्येक जिले में व्यावसायिक वाहन चालकों के लिए आधारभूत सुविधाएं विकसित की जाएंगी। इस मद में प्रत्येक जिले में 25-25 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे।
वहीं, चालकों को प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना से जोड़ दिया जाएगा। दुर्घटना की स्थिति में इन्हें और इनके परिवार को बीमा राशि का लाभ मिल सकेगा। वाहन चालकों को नेत्र जांच की सुविधा मिलेगी। इसके लिए सभी जिलों में शिविर लगाए जाएंगे। भारी वाहन चलाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इन्हें सड़क सुरक्षा और दुर्घटनाओं से कैसे बचे इसके प्रति जागरूक किया जाएगा। इतना ही नहीं चालकों को पोशाक भी दी जाएगी। पोशाक के लिए एक मुश्त एक वर्ष के लिए दो हजार दिए जाएंगे।
इधर, योजना के अंतर्गत वाहनों पर जो भी खर्च आएगा, उसका वहन सड़क सुरक्षा निधि से किया जाएगा। एक वर्ष में योजना पर करीब 34 करोड़ जबकि पांच वर्ष में यह राशि बढ़कर 90.40 करोड़ हो जाएगी। वाहन चालकों को इस योजना के लिए पहले निबंधन कराना होगा। निबंधन के वक्त उन्हें एक फार्म दिया जाएगा, जिसमें उन्हें अपने पूर्ण विवरण के साथ परिवार का ब्योरा भी देना होगा।