PATNA : बिहार एनडीए में मतभेद अब धीरे-धीरे बढ़ते ही जा रहा है. सत्ताधारी जेडीयू और बीजेपी एक दूसरे के आमने-सामने खड़ी हो गई है. नीतीश के नेतृत्व वाली सरकार के मंत्री भी अब खुलकर बोलने लगे हैं. बीजेपी के कद्दावर नेता और बिहार सरकार के मंत्री शाहनवाज हुसैन ने कहा है कि बिहार एनडीए में मतभेद है. उधर बीजेपी के एक और मंत्री नितिन नवीन ने भी मोर्चा खोल दिया है. नितिन नवीन ने मुख्यमंत्री के विचारों का विरोध कर दिया है.
बुधवार को मुजफ्फरपुर पहुंचे बिहार सरकार में मंत्री शाहनवाज हुसैन ने माना कि बिहार एनडीए में मतभेद है. कई मुद्दों पर जेडीयू और बीजेपी की अलग-अलग राय है. हालांकि बिहार के विकास में सभी एकजुट होकर काम कर रहे हैं. शाहनवाज हुसैन ने कहा कि जेडीयू और बीजेपी के बीच मतभेद है. मगर बिहार के विकास के नाम पर बीजेपी और जेडीयू साथ-साथ है. बिहार की सरकार पांच साल तक चलेगी. हमलोग ज्यादा संख्या में जीत कर आए हैं इसलिए हमारी जिम्मेदारी भी ज्यादा है.
भले ही मंत्री शाहनवाज हुसैन ने खुलकर अपनी बात नहीं कही लेकिन नीतीश सरकार में बीजेपी कोटे से आने वाले मंत्री नितिन नविन ने सीएम के विचारों का खुलकर विरोध किया. जनसंख्या नियंत्रण कानून को लेकर नितिन नविन ने कहा कि पहले कानून बने फिर लोगों को जागरूक किया जायेगा. जबकि सीएम नीतीश का मानना है कि इस कानून की कोई जरूरत नहीं. मुख्यमंत्री का मानना है कि जागरूकता और स्त्री शिक्षा के तहत जनसंख्या को नियंत्रित किया जा सकता है.
मंत्री नितिन नविन ने कहा कि "जनसंख्या नियंत्रण कानून जरूर बनना चाहिए. इसके बनने से समाज में सद्भावना का वातावरण बनेगा. निगम और पंचायत चुनाव में नियम है कि दो से अधिक बच्चों वाले उम्मीदवार चुनाव नहीं लड़ सकते. तो इसे ग्लोबली क्यों ना स्वीकार किया जाए. जनसंख्या नियंत्रण कानून को केवल एक विषय से जोड़कर मत देखिए. जब कानून बनेगा तो ये हर व्यक्ति पर लागू होगा. कानून इसलिए बनाना जरूरी है क्योंकि कभी-कभी कानून के दायरे में लाकर लोगों को सही दिशा दी जाती है."
बीजेपी और जेडीयू की अलग राय से मौजूदा सरकार पर खतरा के सवाल पर उन्होंने कहा कि "मतभेद होने के बावजूद हमने साथ सरकार चलाई है. मतभेद हो सकता है, मनभेद नहीं होना चाहिए. कानून और जागरूकता एक साथ चलती हैं. पहले जनसंख्या नियंत्रण कानून लाया जाए, फिर जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को जागरूक किया जाए."