PATNA : इस वक्त बिहार की सबसे बड़ी खबर सामने आ रही हैं। बिहार में टिड्डी दल ने हमला बोल दिया है। भोजपुर और रोहतास जिले से बिहार में टिड्डियों की एंट्री हो चुकी है। टिड्डी दल की बिहार में एंट्री के बाद अब किसानों को अपनी फसल बर्बादी का डर सताने लगा है।
भोजपुर और रोहतास में जैसे ही टिड्डियों का दल खेत में अभी उतरना शुरू ही किया था कि किसान उन्हें देखकर सक्रिय हो गए। किसान आनन-फानन में ढोलक, झाल, टीन सहित विभिन्न तरह के आवाज निकालने वाले उपकरणों की सहायता से टिड्डियों को भगाने का प्रयास करने लगे। इधऱ यूपी बार्डर के एक और जिले गोपालगंज में कटेया प्रखंड की बैरिया पंचायत के बैरिया के हसनपुर तथा रुद्रपुर पंचायत के भरपटिया गांव में आज टिड्डियों का बड़ा दल पहुंचा गया। टिड्डियों के दल को देखकर किसानों में हड़कंप मच गया।
हालांकि बिहार सरकार टिड्डी दल के प्रकोप की आशंका को देखते हुए पहले से ही अलर्ट मोड में थी। उत्तर प्रदेश से सटे बिहार के 10 जिलों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया था। कैमूर, रोहतास, बक्सर, भोजपुर, गया, औरंगाबाद, सारण, सीवान, गोपालगंज और पश्चिमी चंपारण जिलों की लगभग सभी पंचायतों में टिड्डी दल के संभावित आक्रमण से संबंधित चेतावनी और एडवाइजरी जारी की गयी थी।
पिछले दिनों उत्तर प्रदेश राज्य से सटे बिहार के जिलों की 24 पंचायतों में मॉक ड्रिल भी कराई गई थी। जिला स्तर पर डीएम की अध्यक्षता में नियंत्रण समिति की बैठक हरेक बृहस्पतिवार और प्रखंड, पंचायत स्तर पर हरेक मंगलवार को कराई जा रही है। संभावित क्षेत्रों के लिए कृषि रक्षा रसायनों, स्प्रेमयर्स और ट्रैक्टर्स की व्यवस्था की गई है। सघन सर्वेक्षण द्वारा टिड्डियों के संभावित आश्रय स्थल को भी चिह्नित किया गया है। ट्रैक्टर माउंटेड स्प्रेयर्स, अग्निशमन विभाग की गाड़ियों और मानव संसाधन की उपलब्धि संबंधी सूची भी तैयार की गयी है। टिड्डी दल के प्रकोप की दशा में अग्निशमन विभाग की भूमिका अधिक उपयोगी है।
बता दें कि टिड्डी दल के हमले से देश में फसलों को काफी नुकसान हुआ है। उत्तर भारत के कई राज्यों में टिड्डियां पहुंच गई हैं। उत्तर प्रदेश के भी कई जिलों में टिड्डियों ने हमला कर दिया है। यूपी के वाराणसी और प्रयागराज जिलों समेत आसपास के कई जिलों में टिड्डियों की एंट्री के बाद से ही ये माना जा रहा था कि बिहार में भी टिड्डियों का अटैक जल्द ही हो सकता है।