PATNA : बिहार में शिक्षकों की मुश्किलें अब बबढ़ने वाली हैं. बच्चों की पढ़ाई को लेकर नीतीश सरकार अब थोड़ी भी शिथिलता बर्दाश्त करने को तैयार नहीं है. सरकारी विद्यालयों में शिक्षण कार्य से लेकर अब शिक्षकों की उपस्थिति पर सरकार की नजर है. इसके लिए अधिकारियों को सख्त दिशानिर्देश दिए गए हैं. टीचर से शिक्षण कार्य लेने की हिदायत प्रधानाध्यापकों को दी गई है.
बिहार में माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों में बगैर सूचना दिए गैरहाजिर रहने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई होगी. शिक्षा विभाग ने गैरहाजिर शिक्षकों के बारे में प्रत्येक दिन का ब्योरा सभी जिलों से मांगा है. माध्यमिक शिक्षा निदेशक मनोज कुमार ने बुधवार को आदेश जारी किया है. निदेशक ने बताया कि लंबे अरसे बाद माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षण आरंभ हुआ है. ऐसे में शिक्षकों की शत प्रतिशत उपस्थिति और उनसे शिक्षण कार्य लेने की हिदायत प्रधानाध्यापकों को दी गई है.
बिहार में कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए लंबे समय से स्कूलों को बंद रखा गया था. अब स्कूल चरणबद्ध तरीके से खोले जा रहे हैं. पिछले सप्ताह नीतीश सरकार ने स्पष्ट कर दिया था कि बिहार में अगर बिना सूचना दिए शिक्षक गायब पाए गए तो ऐसे शिक्षक बख्शे नहीं जाएंगे. क्योंकि सरकार बच्चों की पढ़ाई से कोई समझौता नहीं करेगी.
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार ने बीते शुक्रवार को इस संबंध सभी जिलों को आदेश दिया था. उन्होंने हर जिले में माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों में निरीक्षण अभियान चलाने का आदेश माध्यमिक शिक्षा निदेशक मनोज कुमार समेत सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को दिया.
अपर मुख्य सचिव संजय कुमार ने बताया था कि कुछ जिले में उच्च माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों की गैरहाजिरी की सूचना जिलाधिकारियों से मिली है, यह गंभीर मामला है. गैरहाजिर रहने वाले शिक्षक बख्शे नहीं जाएंगे, उनके खिलाफ निलंबन समेत अन्य आनुशासनिक कार्रवाई सुनिश्चित करने का आदेश दिया गया है.