PATNA : बिहार के कई जिलों में बालू के अवैध खनन मामले में आर्थिक अपराध इकाई का शिकंजा लगातार कसता ही जा रहा है. बालू के अवैध खनन में संलिप्तता के बाद आय से अधिक संपत्ति के मामले में पद से हटाए गए डेहरी के एसडीएम सुनील कुमार सिंह और उनकी सीडीपीओ पत्नी की मुश्कलें बढ़ती जा रही हैं. एसडीओ के बाद उनकी पत्नी के खिलाफ ईओयू कोई बड़ा कदम उठा सकती है. क्योंकि जांच में पता चला है कि सीडीपीओ मैडम के नाम पर करोड़ों रुपये की अचल संपत्ति है.
ईओयू की जांच में इस बात का पर्दाफाश हुआ है कि डेहरी के रहे एसडीएम सुनील कुमार सिंह की पत्नी और पटना पाली की सीडीपीओ श्वेता सिंह के पास करोड़ों की संपत्ति है. जांच में मिले साक्ष्य के मुताबिक अधिकांश अचल संपत्तियां उनकी पत्नी श्वेता सिंह के नाम पर खरीदी गई हैं. संपत्तियों के जो मूल्य हैं, उसके मुताबिक उनकी आय नहीं है. ऐसे में आर्थिक अपराध इकाई मैडम को पूछताछ के लिए बुला सकती है.
गौरतलब हो कि पटना जिले के पालीगंज में सीडीपीओ श्वेता सिंह के ऑफिस में आर्थिक अपराध इकाई की टीम ने दबिश दी थी. श्वेता सिंह के घर पर भी ईओयू की टीम खोजबीन करने गई थी. वहां से कुछ पासबुक और संपत्ति से जुड़े दस्तावेज जब्त किये गए थे. अगर पत्नी के खिलाफ ठोस साक्ष्य मिले तो ईओयू उनके खिलाफ भी कानूनी शिकंजा कसेगी. एसडीएम पति के पास आय से अधिक संपत्ति वाले मामले में सीडीपीओ श्वेता सिंह को भी अभियुक्त बनाया जा सकता है.
सूत्रों के मुताबिक उत्तर प्रदेश के गाजीपुर के रहने वाले सुनील कुमार सिंह ने ज्यादतर संपत्तियां लखनऊ में खरीद रखी है. लखनऊ के कुछ सोसाइटी में उनके फ्लैट और प्लॉट मिले हैं. इनमें से अधिकांश उनकी पत्नी श्वेता सिंह के नाम पर हैं. सूत्रों के मुताबिक अबतक की जांच में सुनील कुमार सिंह और उनकी पत्नी के नाम जो संपत्तियां मिली हैं, वे आय से सवा करोड़ रुपए से अधिक की हैं.इसके अलावा पत्नी के दफ्तर की तलाशी में कुछ निवेश से संबंधित ऐसे कागजात मिले हैं, जिनका हिसाब संपत्ति विवरणी में नहीं दर्शाया गया है. उन्हें नोटिस देकर इस बाबत पूछताछ के लिए ईओयू जल्द बुला सकती है.
आपको बता दें कि बीते शुक्रवार को एसडीओ सुनील कुमार सिंह के पटना और गाजीपुर के अलावा पालीगंज में भी तलाशी ली गई थी. ईओयू ने उत्तर प्रदेश के गाजीपुर स्थित उनके पैतृक आवास पर भी छापेमारी की थी. वहां कमरे की तलाशी लेने के साथ ही घर पर मौजूद एसडीओ से घंटों पूछताछ हुई थी.
आपको बता दें कि डेहरी अनुमंडल में कुछ जगहों पर बालू के अवैध उत्खनन एवं गैर कानूनी व्यापार की शिकायतें मिल रही थीं. इसके बाद ईओयू की विशेष टीम ने चिह्नित स्थानों पर बालू के अवैध उत्खनन के धंधे में शामिल लोगों के विरुद्ध साक्ष्य जुटाने शुरू किए. टीम ने अवैध उत्खनन की कार्यशैली, संदिग्धों, बिचौलियों, अपराधी तत्वों, स्थानीय दबंगों और राज्य और जिला स्तरीय पदाधिकारियों व कर्मियों की भूमिका का सत्यापन करना शुरू कर दिया. तकनीकी ढंग से भी सूचना जुटाई गई.
डेहरी के तत्कालीन एसडीओ सुनील कुमार सिंह को अपने खिलाफ कार्रवाई का पहले से अंदेशा था. लिहाजा उन्होंने पटना स्थित घर से तमाम कीमती सामान हटा दिए थे. यहां तक की टीवी और फ्रिज भी नहीं था. सिवाए कुछ बर्तन और रोजाना उपयोग में आनेवाले सामान ही फ्लैट पर मिले. अधिकारियों का कहना है कि भले ही सामान फ्लैट से हटा लिए गए पर इससे कोई खास फर्क नहीं पड़नेवाला है. उनकी संपत्तियों का आकलन पहले ही किया जा चुका है और वह आय से काफी अधिक है.