PATNA : क्या बिहार की सत्ता औऱ सियासत में जिस ‘खेला होबे’ की चर्चा हो रही थी वह खेल शुरू हो गया है. अपनी ही सरकार से नाराज होकर इस्तीफे का एलान करने वाले मंत्री मदन सहनी आनन फानन में पटना से दिल्ली रवाना हो गये हैं. चर्चा है कि वे दिल्ली में मौजूद विपक्ष के एक बड़े नेता से मुलाकात कर सकते हैं. हालांकि मदन सहनी कुछ बोल नहीं रहे हैं लेकिन जो खबर आ रही है वह यह है कि बिहार में सत्ता का खेल शुरू हो गया है.
हम आपको बता दें कि मंत्री मदन सहनी ने गुरूवार को अफसरशाही के तानाशाही से तंग आकर इस्तीफा देने का एलान कर दिया था. मदन सहनी ने सरकार के कामकाज को लेकर कई गंभीर बातें कहीं थी. उन्होंने एलान किया था कि वे अब सरकार में नहीं रहेंगे और शनिवार को इस्तीफा भेज देंगे. ये एलान करने के बाद वे गुरूवार को पटना से अपने क्षेत्र दरभंगा निकल गये थे.
मदन सहनी ने शुक्रवार को कैबिनेट की बैठक में भी भाग नहीं लिया था. शुक्रवार को वे दिन भर दरभंगा में रहे लेकिन किसी से कोई बात नहीं की. हां, अपने चुनिंदा समर्थकों से जरूर बंद कमरे में चर्चा की. मदन सहनी अपने समर्थकों से हर संभावना पर चर्चा कर रहे थे.
आज ही बीजेपी के मंत्री को दलाल बोला था
मदन सहनी आज सुबह दरभंगा से पटना के लिए रवाना हुए तो रास्ते में मुजफ्फरपुर में एक निजी हॉस्पीटल के उद्घाटन में शामिल हुए. वहां मीडिया से बात करते हुए मदन सहनी ने बीजेपी के मंत्री जीवेश मिश्रा को दलाल करार दिया था. दरअसल जीवेश मिश्रा ने कहा था कि सरकार में कोई अफसरशाही नहीं है औऱ मंत्री की हर बात अफसर सुन रहे हैं. इससे नाराज मदन सहनी ने उनके खिलाफ सख्त टिप्पणी की थी. उन्होंने जीवेश मिश्रा को सीमा में रहने की नसीहत भी दी थी.
शनिवार को फैसले की बात कह दिल्ली रवाना हुए
मुजफ्फरपुर में ही पत्रकारों से बात करते हुए मदन सहनी ने कहा कि वे आज यानि शनिवार को अपने इस्तीफे पर फैसला ले लेंगे. मदन सहनी ने कहा कि वे पटना जा रहे हैं और वहां फैसला लेंगे. लेकिन पटना में फैसला लेने के बजाय वे आनन फानन में दिल्ली रवाना हो गये. मदन सहनी के करीबियों ने बताया कि आनन फानन में फ्लाइट का टिकट और बिहार निवास में उनका कमरा बुक कराया गया. दिल्ली के बिहार निवास में मंत्री मदन सहनी के नाम पर दो कमरा बुक किया गया है.
विपक्ष के एक बड़े नेता से मुलाकात की चर्चा
सियासी सूत्र बता रहे हैं कि मदन सहनी आर-पार की लड़ाई के मूड में हैं. वे दिल्ली में मौजूद विपक्ष के एक बड़े नेता से मुलाकात कर सकते हैं. हालांकि दिल्ली के बिहार निवास में उनके कमरे की बुकिंग पांच जुलाई तक के लिए है. लिहाजा मुलाकात कल या परसो कभी भी हो सकती है. वैसे मदन सहनी की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी है. मंत्री का मोबाइल स्वीच ऑफ है औऱ उनके आवास से भी इस बाबत कोई जानकारी नहीं दी गयी है.
नीतीश से भाव नहीं मिलने से और नाराज हुए मदन सहनी
जानकारों की मानें तो अफसरों से विवाद के बाद इस्तीफा का एलान करने वाले मदन सहनी को उम्मीद थी कि नीतीश कुमार इस मामले में हस्तक्षेप करेंगे औऱ मामले को सुलझायेंगे. लेकिन नीतीश कुमार ने उनका कोई नोटिस नहीं लिया. आज सुबह मुजफ्फरपुर में पत्रकारों से बात करते हुए मदन सहनी ने कहा भी कि उन्होंने जो ट्रांसफर की सूची दी थी उसे प्रधान सचिव ने मुख्य सचिव को भेज दिया था. मुख्य सचिव ने तीन दिनों में क्यों नहीं कोई फैसला लिया. जानकारों की मानें तो नीतीश कुमार ने मदन सहनी का कोई नोटिस नहीं लिया है. उनकी ओर से इस विवाद को सुलझाने की कोई कोशिश नहीं की गयी. बल्कि मुख्यमंत्री की ओर से ऐसा संकेत दिया गया जिससे मदन सहनी को ये लगा कि प्रधान सचिव की ही बात सुनी जा रही है. नीतीश कुमार के कोई हस्तक्षेप नहीं करने के बाद ही मदन सहनी दिल्ली रवाना हुए हैं.
मदन सहनी के विद्रोही तेवर के बाद सवाल उठने शुरू हुए हैं कि क्या बिहार में खेला शुरू हो गया है. गौरतलब है कि बिहार की मौजूदा नीतीश सरकार के पास बहुमत का आंकड़ा बेहद कम है. अगर दो चार विधायक भी खेल कर दें तो फिर बड़ा खेला हो सकता है.