ब्रेकिंग न्यूज़

ARWAL: ऑपरेशन के दौरान महिला की मौत, संचालक मौके से फरार, इलाज में लापरवाही के कारण गई जान शिवहर में 4 दिन से लापता 14 वर्षीय किशोर का मिला शव, इलाके में सनसनी VAISHALI: एनएच-22 पर दर्दनाक सड़क हादसा: दो बाइकों की टक्कर में युवक की मौत, बहन समेत दो घायल मंगल पांडेय से प्रशांत किशोर ने मांगा इस्तीफा, कहा..थोड़ी भी शर्म और लज्जा बची है तो स्वास्थ्य मंत्री पद की कुर्सी छोड़ें BHOJPUR: धर्म-संस्कृति और समाज सेवा के संगम बने अजय सिंह, सामाजिक चेतना को दे रहे नई दिशा DARBHANGA: शहीद सूरज नारायण सिंह की स्मृति सभा कल, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार होंगे शामिल, आनंद मोहन ने की भारत रत्न की मांग मुंगेर में 25 लाख की भीषण चोरी: रिटायर्ड रेलकर्मी के बंद घर को बनाया निशाना, इलाज के लिए दिल्ली गया हुआ था दंपति जब तक 5000 करोड़ से PMCH का निर्माण चलता रहेगा तब तक पद पर बने रहेंगे अधीक्षक IS ठाकुर, तेजस्वी ने सरकार पर बोला हमला BIHAR: जमुई में होमगार्ड भर्ती पर धांधली का आरोप, अभ्यर्थियों ने डीएम से की निष्पक्ष जांच की मांग Bihar News: निगरानी कोर्ट ने भ्रष्ट दारोगा को सुनाई सजा, रिश्वत लेते हुआ था गिरफ्तार

बिहार में फिर सरकारी अस्पताल की लापरवाही, बंध्याकरण ऑपरेशन के बाद महिलाओं को जमीन पर सुलाया

1st Bihar Published by: Updated Thu, 22 Dec 2022 03:21:19 PM IST

बिहार में फिर सरकारी अस्पताल की लापरवाही, बंध्याकरण ऑपरेशन के बाद महिलाओं को जमीन पर सुलाया

- फ़ोटो

MADHEPURA : बिहार के खगड़िया जिले के बाद अब मधेपुरा से स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही की एक तस्वीर सामने आई है। यहां महिलाओं के बंध्याकरण ऑपरेशन के बाद उन्हें ज़मीन पर सुला दिया गया। कड़ाके की ठंड के बीच भी महिलाओं ने ज़मीन पर लेटकर पूरी रात गुजारी। अस्पताल के जमीन पर परिजनों ने पुआल बिछा दिया, जहां ऑपरेशन के बाद महिलाओं को सुलाया गया। 



दरअसल, स्वास्थ्य विभाग के कारनामे का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी खगड़िया जिले में महिलाओं के बंध्याकरण ऑपरेशन के बाद उन्हें ज़मीन पर सुला दिया गया था। इस बार ऐसा ही मामला मधेपुरा से आया है। महिलाओं के लिए यहां बेड तक की व्यवस्था नहीं की गई थी। यहां कि स्थिति देख महिलाओं में जमकर आक्रोश है। उनका कहना है कि अगर हम घर से पुआल लेकर नहीं आते तो हमें पूरी रात ऐसे ही जमीन पर रात काटनी पड़ती। 



महिलाओं ने बताया कि रात में उनका ऑपरेशन किया गया। इसके बाद वहां न तो डॉक्टर मौजूद थे और न ही देखभाल करने के लिए कोई स्टाफ। यहां केवल एक नर्स के भरोसे सब कुछ छोड़ दिया गया था। मामला सदर प्रखंड के मुरहो पीएचसी का है, जहां पिछले मंगलवार को 13 मरीजों का परिवार नियोजन का ऑपरेशन हुआ था।