ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar News: परिवहन विभाग के कार्यों की हुई विस्तृत समीक्षा, सचिव ने जारी किए जरूरी निर्देश Bihar News: परिवहन विभाग के कार्यों की हुई विस्तृत समीक्षा, सचिव ने जारी किए जरूरी निर्देश Winter Session of Parliament: आबादी 14.2 प्रतिशत फिर भी मुसलमान अल्पसंख्यक क्यों? बिहार के बीजेपी सांसद ने शीतकालीन सत्र में पूछा सवाल Winter Session of Parliament: आबादी 14.2 प्रतिशत फिर भी मुसलमान अल्पसंख्यक क्यों? बिहार के बीजेपी सांसद ने शीतकालीन सत्र में पूछा सवाल Ara accident : ओवर ब्रिज पर बाइक-ऑटो की टक्कर में युवक की मौत, दोस्त गंभीर रूप से घायल बिहार में बॉयफ्रेंड के लिए महासंग्राम: लड़कियों के दो गुटों में बीच सड़क पर हुई जमकर मारपीट, वीडियो वायरल बिहार में बॉयफ्रेंड के लिए महासंग्राम: लड़कियों के दो गुटों में बीच सड़क पर हुई जमकर मारपीट, वीडियो वायरल पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के पति स्वराज कौशल का निधन, मिजोरम के रह चुके हैं गवर्नर Bihar News: बिहार में इतने चरण में होगी AEDO की परीक्षा, BPSC ने जारी किया नया शेड्यूल; अभ्यर्थियों को आवेदन का एक और मौका Bihar News: बिहार में इतने चरण में होगी AEDO की परीक्षा, BPSC ने जारी किया नया शेड्यूल; अभ्यर्थियों को आवेदन का एक और मौका

बिहार में नियोजित शिक्षकों के लिए बुरी खबर, गलत तरीके से टीचर बनने वालों की जा सकती है नौकरी

1st Bihar Published by: Updated Tue, 18 May 2021 03:22:56 PM IST

बिहार में नियोजित शिक्षकों के लिए बुरी खबर, गलत तरीके से टीचर बनने वालों की जा सकती है नौकरी

- फ़ोटो

PATNA : बिहार में शिक्षक नियोजन में फर्जीवाड़ा कर नौकरी पाने वाले शिक्षकों पर अब गाज गिर सकती है. हाइकोर्ट के कड़े रुख के बाद शिक्षा विभाग ने सख्ती दिखाते हुए निगरानी जांच के लिए शिक्षक नियोजन फोल्डर और मेधा सूची उपलब्ध कराने में आनाकानी करने वाले नियोजन इकाई पर जल्द ही प्राथमिकी की गाज गिरने वाली है.


निदेशक प्राथमिक शिक्षा के निर्देशानुसार सभी बीइओ से पंचायती राज संस्थान व नगर निकाय संस्थान द्वारा 2006 से 2015 के बीच नियोजित शिक्षकों के सभी प्रमाण-पत्रों की जांच के लिये फोल्डर तलब किया था. लेकिन बार-बार आदेश के बाद भी नियोजन इकाई द्वारा नियोजित शिक्षकों का फोल्डर नहीं जमा किया गया. 


इस आदेश की अवहेलना के बाद निदेशक ने शिक्षकों के फोल्डर की जांच के लिये एक वैकल्पिक व्यवस्था की. इसके लिए वेब पोर्टल का निर्माण किया गया. वैसे शिक्षक जिन्होंने अब तक अपने प्रमाण-पत्र को निगरानी विभाग के पास जमा नहीं किया है. वे अब शिक्षा विभाग के जारी पोर्टल पर अपने फोल्डर को अपलोड कर देंगे. निगरानी अन्वेषण ब्यूरो के द्वारा कहा गया कि फोल्डर उपलब्ध नहीं कराने वाले शिक्षकों की सूची को जिला प्रशासन की वेबसाइट एनआइसी पर अपलोड कर दें. इसके लिये अंतिम तारीख 17 मई तय की गयी थी.