ARA : बिहार में मुखिया का चुनाव जल्द ही होने वाला है. मुखिया के साथ-साथ सरपंच, वार्ड सदस्य, पंच, पंचायत समिति सदस्य और जिला परिषद सदस्यों के भी चुनाव होने वाले हैं. भोजपुर जिले में पंचायत चुनाव के लिए तैयार किये गए मतदाता सूची में भारी अनियमितता देखने को मिली है. सैकड़ों मतदाताओं का नाम मतदाता सूची से विलुप्त कर दिया गया है. वहीं दूसरी ओर मुजफ्फरपुर जिले में वोटर लिस्ट से जिला पार्षद का ही नाम कर गायब दिया गया है.
आरा में मतदाता सूची के विखंडन में बड़े पैमाने पर अनियमितता बरते जाने का मामला सामने आया है. कोईलवर प्रखंड के गोपालपुर पंचायत के प्रारूपिक मतदाता सूची( पंचायत चुनाव 2021) के प्रकाशन में वार्ड नंबर 1 ,2 एवं तीन की सूची में भारी अनियमितता के संबंध में आज ग्रामीणों के द्वारा एक लिखित आवेदन शुक्रवार को अनुमंडल पदाधिकारी आरा को दिया गया. ग्रामीणों ने अपने आवेदन में यह आरोप लगाया है कि गोपालपुर पंचायत के वार्ड नंबर 1, 2 और 3 में एक वार्ड के 250 से अधिक मतदाताओं का नाम दूसरे वार्ड में शामिल कर दिया गया है.
राज्य निर्वाचन आयोग के नियमावली के अनुसार पंचायत चुनाव हेतु मतदाता सूची में केवल संबंधित वार्ड के लोगों का नाम ही अपने वार्ड की मतदाता सूची में होना चाहिए. ग्रामीणों के द्वारा बताया गया कि निर्वाचन आयोग के द्वारा वर्ष 2000 में ही वार्ड का परिसीमन किया गया है, जो वर्तमान में भी मान्य है. मतदाता सूची विखंडन में लगे हुए संबंधित कर्मी /अधिकारी के द्वारा प्रक्रिया एवं नियमावली का उल्लंघन करते हुए प्रारूपिक मतदाता सूची तैयार की गई है, जिसमें व्यापक स्तर पर संबंधित वार्ड के मतदाता का नाम अन्य वार्ड में दर्ज है. चुकी पंचायत चुनाव में वार्ड सदस्य एवं पंच सदस्य का भी चुनाव होना है, जिसमें संबंधित वार्ड के वास्तविक मतदाता ही अपने वार्ड सदस्य एवं पंच सदस्य के लिए मताधिकार का प्रयोग कर सकते हैं.
ग्रामीणों के द्वारा दिए गए आवेदन में अनुमंडल पदाधिकारी से मांग की गई है कि वर्तमान में बनाई गई प्रारूपिक मतदाता सूची पूरी तरह से भ्रामक गलत और अस्वीकार्य है. इसलिए मांग की गई है कि अंतिम सूची प्रकाशन से पूर्व मतदाता सूची में सुधार करके गोपालपुर पंचायत के वार्ड संख्या 1, 2 और 3 के मतदाताओं के साथ न्याय किया जाए.
वहीं दूसरी ओर मुजफ्फरपुर जिले के हरपुर पंचायत में 1156 मतदाताओं का नाम मतदाता सूची से विलुप्त कर दिया गया है. विलुप्त हुए मतदाताओं में जिला परिषद क्षेत्र संख्या पांच की जिला पार्षद पूनम देवी का नाम भी शामिल है. एक साथ इतनी बड़ी संख्या में मतदाताओं के नाम विलुप्त किये जाने को एक साजिश बताते हुए जिला पार्षद पूनम देवी में राज्य निर्वाचन आयोग, जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी को पत्र लिखकर जांच की मांग की है. अपने पत्र में उन्होंने कहा कि उनका नाम विधानसभा के मतदान केंद्र 239 के क्रम संख्या 729 पर अंकित है जिसमें गृह संख्या 159 दर्ज है.
जिला पार्षद का आरोप है कि लोग जब आपत्ति देने प्रखंड मुख्यालय पहुंची तो सक्षम पदाधिकारी में आपत्ति लेने से इनकार कर दिया गया. प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी रंजन कुमार ने बताया कि विखंडन का प्रारूप तैयार करनेवाली एजेंसी की वजह से ऐसी गलती हुई है. इसको ठीक करने का काम चल रहा है. आपत्ति भी लिया जा रहा है.