PATNA : बिहार में जेडीयू-बीजेपी के बीच शीतयुद्ध के कारण मंत्रिमंडल विस्तार नहीं होने पर तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर हमला बोला है. तेजस्वी ने कहा है कि नीतीश कुमार को ये बताना चाहिये के मंत्रिमंडल बनाना किसका काम है, किसकी सिफारिश पर राज्यपाल मंत्री की नियुक्ति करते हैं. नीतीश कुमार अपनी विफलता का ठीकरा दूसरों के माथे फोड़ना चाहते हैं. बीजेपी-जेडीयू के बीच विवाद का असर बिहार की जनता पर पड़ रहा है.
जबरदस्ती के मुख्यमंत्री हैं नीतीश
मीडिया से बात करते हुए तेजस्वी ने कहा कि नीतीश कुमार ने खुद कहा है कि वे जबरदस्ती मुख्यमंत्री बनाये गये हैं. जबरदस्ती के मुख्यमंत्री से क्या उम्मीद की जा सकती है. मुख्यमंत्री मंत्रिमंडल विस्तार नहीं होने के लिए बीजेपी को जिम्मेवार करार दे रहे हैं. लेकिन उन्हें लोगों को बताना चाहिये कि मंत्रिमंडल का गठन करना किसका अधिकार है. किसकी सिफारिश पर राज्यपाल मंत्री बनाते हैं. ये मुख्यमंत्री का काम है और बिहार के मुख्यमंत्री बीजेपी को जिम्मेवार करार दे रहे हैं.
तेजस्वी ने कहा कि इन तमाम वाकयों से बिहार की जनता का नुकसान हो रहा है. सरकार ने 19 लाख रोजगार देने का वादा कर दिया लेकिन रोजगार कहां से मिलेगा कब मिलेगा कुछ पता नहीं. सिर्फ बयान दिये जा रहे हैं. सरकार का काम पूरी तरह से बाधित हो गया है और इसका खामियाजा बिहार के लोगों को भुगतना पड़ रहा है.
मध्यावधि चुनाव तय
तेजस्वी ने फिर कहा कि बिहार में मध्यावधि चुनाव होना तय है. फिलहाल सरकार सिर्फ इसलिए चल रही है कि बीजेपी को नीतीश कुमार से अपना काम करवाना है. बीजेपी का काम निकलेगा और नीतीश कुमार की कुर्सी जायेगी. तेजस्वी ने कहा कि उनकी पार्टी मध्यावधि चुनाव की तैयारी कर रही है.
तय नहीं हुआ है यात्रा का डेट
तेजस्वी ने कहा कि वे बिहार की यात्रा पर निकलने वाले हैं लेकिन उसका डेट फाइनल नहीं हुआ है. मकर संक्रांति के बाद पार्टी के लोग बैठेंगे और तब यात्रा का शेड्यूल तय किया जायेगा.