PATNA : बिहार में राजनीतिक संकट अभी भी सही तरीके से खत्म नहीं हुई है। अभी भी क्या होने वाला है, इसे लेकर अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है ? रविवार को भले ही सीएम नीतीश कुमार राजद का साथ छोड़ एनडीए में आकर सरकार गठन कर लिया है। लेकिन, अभी भी इस सरकार को विधानमंडल में बहुमत साबित करना है। ऐसे में इस बहुमत साबित करने से पहले मांझी ने एक बड़ी मांग की है।
जीतन राम मांझी ने कहा है कि - मुझे इस नई सरकार में एक पद मिला है यह काफी अच्छी बात है। लेकिन,यह हमारी मांग थी मुझे दो मंत्री पद चाहिए। यह पद मिले तो अच्छा है। हम चाहते हैं कि हमारी पार्टी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा से एक और मंत्री बनाया जाए। हम चाहते हैं की अनिल जी को भी मंत्री बनाया जाएगा। मैंने इसको लेकर अमित शाह और नीतीश कुमार और नित्यानंद राय सहित अन्य नेताओं बात की है।
इसके आगे जीतन राम मांझी ने कहा कि - इस सरकार के गठन से पहले महागठबंधन के नेता के तरफ से फोन आया था उनके तरफ से मुझे सीएम बनने तक का न्योता दिया गया था। लेकिन, मैंने उसे स्वीकार नहीं किया। इसके बाद भी यदि मुझे दो विभाग नही मिला तो यह मेरे साथ अन्याय होगा। इसके अलावा जगह नहीं मिलने पर एनडीए से अलग होने के सवाल पर जीतन राम मांझी ने कहा कि - मुझे पैसा और पद से नही तौला जा सकता है। इसलिए मैं एनडीए के साथ हूं।