PATNA : बिहार के कई जिलों में लॉ एंड आर्डर की स्थिति बेहद खराब मानी जा रही है. हर रोज हो रही लूट और मर्डर जैसी घटनाओं से कई जिले के लोग सांसत में हैं. कानून व्यवस्था की चरमराई हुई स्थिति को देखते हुए नए साल साल के पहले दिन सरकार ने 22 आईएपीएस अधिकारियों का तबादला किया. लेकिन अब तबादले के बाद विपक्ष के नेता IPS के ट्रांसफर-पोस्टिंग में करोड़ों रुपये के खेल का काफी गंभीर रूप लगा रहे हैं.
एक जिला में पोस्टिंग का रेट एक करोड़
वैशाली में राजद नेता रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा कि बिहार में अपराधी बेख़ौफ़ हो गए हैं. सूबे में हत्या, लूट और अपहरण के कारण लोग खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं. रघुवंश सिंह ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि एक जिला में पोस्टिंग का दाम एक करोड़ है. उन्होंने कहा कि वैशाली के अंदर एक थाना में पोस्टिंग का रेट एक करोड़ है. जिला का तो पता भी नहीं कि कितना करोड़ होगा.
पोस्ट की होती है बिक्री
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सबसे खास सिपाहसलार आरसीपी सिंह की IPS बिटिया लिपि सिंह को मुंगेर जिले में SP की जिम्मेवारी दे दी गयी है. नये साल के पहले दिन सरकार ने जिन 22 IPS अधिकारियों का तबादला किया है, उससे मैसेज साफ-साफ नजर आ रहा है. सरकार को जिनका चेहरा पसंद था, उन्हें अहम जगह मिल गयी. राजद नेता रघुवंश प्रसाद ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि सब लोग बताते हैं कि बिहार में पदों की बिक्री हो रही है. इसलिए सूबे में लॉ एंड आर्डर पर कंट्रोल नहीं हो रहा है.
लिपि सिंह पर खास मेहरबानी
2016 बैच की IPS अधिकारी लिपि सिंह अभी ASP स्तर की अधिकारी हैं, लेकिन उन्हें मुंगेर का SP बना दिया गया है. लिपि सिंह ने बाढ़ में रहते जिस तरह से सरकार से दिया गया लक्ष्य पूरा किया था, उस पर कई सवाल उठे थे. लेकिन एक तो RCP बाबू की बेटी और दूसरे सत्ताधारी दल के एक और कद्दावर नेता की खास पसंद. इनाम तो मिलना ही था. सियासी गलियारे में हो रही चर्चा के मुताबिक सत्ताधारी पार्टी के एक कद्दावर नेता उन्हें मुंगेर ले गये हैं.