बिहार में हारी जेडीयू दिल्ली को फतह करेगी, आरसीपी सिंह ने बैठक कर कहा- नीतीश कुमार के नाम को भुनायेंगे

बिहार में हारी जेडीयू दिल्ली को फतह करेगी, आरसीपी सिंह ने बैठक कर कहा- नीतीश कुमार के नाम को भुनायेंगे

PATNA : बिहार विधानसभा चुनाव में औंधे मुंह गिरी जेडीयू ने अब दिल्ली को फतह करने का लक्ष्य रखा है. जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह ने रविवार को दिल्ली में पार्टी के नेताओं के साथ बैठक की और कहा कि नीतीश कुमार के नाम को भुनाइये. उनके काम को बताइये, वोट अपने आप मिल जायेंगे.


एमसीडी और विधानसभा चुनाव लडेगी जेडीयू
दिल्ली में कैंप कर रहे JDU के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह ने रविवार को दिल्ली प्रदेश जेडीयू की बैठक बुलाई थी. बैठक में मौजूद पार्टी नेताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने दिल्ली में जेडीयू का जनाधार ठोस करने का टारगेट दिया. उन्होंने कहा कि पार्टी सबसे पहले दिल्ली नगर निगम चुनाव में शामिल होगी. दिल्ली के नगर निगम के बाद विधानसभा और लोकसभा चुनाव की तैयारी की जायेगी. पार्टी दिल्ली को फतह कर लेगी.


नीतीश का नाम ही काफी
आरसीपी सिंह ने कहा कि जेडीयू के कार्यकर्ता अगर नीतीश कुमार के कामकाज को आमलोगों को बता दें तो जीत खुद ब खुद पक्की हो जायेगी. आरसीपी सिंह ने कार्यकर्ताओं से कहा कि वे सोशल मीडिया के साथ ही दूसरे प्रचार प्रसार माध्यमों का पूरा इस्तेमाल करें और नीतीश कुमार के कामकाज के बारे में लोगों को अवगत करायेंय. जेडीयू के अध्यक्ष ने कहा कि देश में ऐसे कई राजनीतिक दल हैं जो काम के नाम पर कुछ नहीं करते हैं लेकिन प्रचार और प्रसार के कारण सत्ता में आ जाते हैं. लेकिन जेडीयू के पास तो नीतीश कुमार का नाम है.


नीतीश कुमार का जताय़ा गया आभार
जेडीयू की बैठक में नीतीश कुमार का आभार जताया गया. पार्टी ने कहा कि कोरोना के काल में जिस तरीके से नीतीश कुमार ने दिल्ली में रह रहे बिहारियों की मदद की वो बेमिसाल है. दिल्ली के बिहारियों को नगद राशि के साथ साथ खाना तक उपलब्ध कराया गया.


पुराना है दिल्ली फतह का इरादा
दिल्ली में तीर चलाने का नीतीश कुमार का इरादा पुराना है. एमसीडी चुनाव से लेकर विधानसभा के चुनावों में नीतीश कुमार ने तमाम संसाधनों को झोंक कर चुनाव लड़ा था. ये दीगर बात है कि सभी चुनावों में उन्हें करारी हार का सामना करना पड़ा. दिल्ली में हुए पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने जेडीयू को दो सीटें दी थी. बीजेपी से समझौते के बावजूद जेडीयू दोनों सीटों पर बुरी तरह हारी. नीतीश कुमार दिल्ली में प्रवासी बिहारियों का सम्मेलन भी कर चुके हैं. लेकिन बिहारी वोटरों को अपने पक्ष में गोलबंद करने की उनकी हर कोशिश बेकार ही साबित होती रही है.