बिहार में फर्जी डीटीओ ने 35 मिनट में वसूल लिए 15 लाख रूपये: प्रशासन नहीं मीडिया ने पकड़ा फर्जीवाड़ा तो हुआ फरार

बिहार में फर्जी डीटीओ ने 35 मिनट में वसूल लिए 15 लाख रूपये: प्रशासन नहीं मीडिया ने पकड़ा फर्जीवाड़ा तो हुआ फरार

BUXAR: बिहार में फर्जीवाड़े का खेल कितना बड़ा है, इसका अंदाजा इस वाकये से लगाइये. बक्सर जिले में एक फ्रॉड जिला परिवहन पदाधिकारी (डीटीओ) बनकर रोड पर खड़ा हो गया. उसने सड़क से गुजर रही गाडियों से वसूली करनी शुरू कर दी. सिर्फ 35 मिनट में उसने करीब 15 लाख रूपये वसूल लिये. प्रशासन को इसकी भनक नहीं थी. वो तो मीडिया वाले वहां पहुंचे तो फर्जीवाड़ा का खुलासा हुआ. लेकिन फर्जी डीटीओ पैसे की वसूली कर निकल गया. 


ये वाकया बक्सर-पटना नेशनल हाइवे का है. नेशनल हाइवे 922 के आखिरी छोर पर गंगा नदी पर पुल के पास फर्जी डीटीओ ने सड़क पर जमकर वसूली की. उसने सिर्फ बालू लदी ट्रकों को निशाना बनाया और हर ट्रक से उसे मोटा पैसा मिला. स्थानीय लोग बता रहे हैं कि पुलिस की गाडी अक्सर नेशनल हाइवे और गंगा पुल के पास घूमती रहती है. लेकिन इस फर्जीवाड़े की खबर उसे नहीं मिली. अब बक्सर के एसपी मीडिया को कह रहे हैं कि उन्हें इसकी खबर मिली है. लेकिन अगर कोई शिकायत करता है तो पुलिस कार्रवाई करेगी. 


स्थानीय लोगों ने बताया कि ये वाकया गुरूवार की रात 11 बजे के करीब की है. गंगा पुल से सटे गोलंबर है, वहां एक व्यक्ति खुद को जिला परिवहन पदाधिकारी बता कर बालू लदे ट्रकों की जांच कर रहा था. रात में आम लोगों की आवाजाही बेहद कम थी, लिहाजा स्थानीय लोग इससे बेखबर थे. लेकिन बालू लदे ट्रक मोटा चढ़ावा देकर वहां से निकल रहे थे. 


इसी बीच कुछ पत्रकारों को इसकी भनक लगी. स्थानीय लोगों के मुताबिक उस दौरान कुछ ही दूरी पर पुलिस वाले भी थे. लेकिन उन्हें जानकारी थी कि जिला परिवहन पदाधिकारी ट्रकों की जांच कर रहे हैं. उधर, खुद को डीटीओ बता रहा व्यक्ति अपने साथ कुछ औऱ लोगों को लेकर आया था. वे बालू लदे ट्रकों को पकड़ रहे थे और सबों को ओवरलोडिंग की फाइन करने की धमकी दे रहे थे. 


फर्जी डीटीओ ने बालू लेकर जा रहे जिन ओवरलोड ट्रकों को पकड़ा, उसके ड्राइवर  20 से 50 हजार रुपये तक उसे आसानी से देते चले गए. दरअसल ओवरलोडिंग के मामले में दो लाख से ज्यादा के जुर्माने का सरकारी प्रावधान है. वैसे बक्सर गंगा पुल के पास पासिंग गिरोह भी सक्रिय रहता है. वह सेटिंग कर ओवरलोडेड ट्रकों को पार कराता है. इस गिरोह के बीच चर्चा है कि फर्डी डीटीओ ने सिर्फ 35 मिनट में 14 लाख 90 हजार रूपये वसूल लिये थे.


इसी बीच पत्रकार वहां पहुंच गये. पत्रकारों को शक हुआ तो उन्होंने खुद को डीटीओ बता रहे शख्स से पूछताछ करना शुरू कर दिया. पत्रकारों के सवाल से वह घबरा गया. वह तुरंत अपनी गाड़ी में बैठा और आरा की तरह निकल भागा. स्थानीय लोग बता रहे हैं कि वह दोग गाड़ियों के साथ आया था. एक सफेद और दूसरी काले रंग की एसयूवी थी.