Bihar Election 2025: ‘बिहार के बच्चे ट्रेनों में धक्के खा रहे हैं’, प्रशांत किशोर का पीएम मोदी और अमित शाह पर हमला Bihar Election 2025: ‘बिहार के बच्चे ट्रेनों में धक्के खा रहे हैं’, प्रशांत किशोर का पीएम मोदी और अमित शाह पर हमला एक बोरी सिक्का लेकर बेटी को स्कूटी दिलाने पहुंचा पिता, शोरूम के कर्मचारियों ने किया स्वागत Bihar News: बिहार में चेकिंग के दौरान CRPF जवानों और दारोगा के परिवार के बीच मारपीट, बीच सड़क पर खूब चले लात-घूंसे; वीडियो वायरल Bihar Election 2025: ‘सरकार बनी तो 20 महीने में चीनी मिल चालू करेंगे’, दरभंगा में तेजस्वी यादव की बड़ी घोषणा Bihar Election 2025: ‘सरकार बनी तो 20 महीने में चीनी मिल चालू करेंगे’, दरभंगा में तेजस्वी यादव की बड़ी घोषणा मंत्री अशोक चौधरी और JDU महासचिव रंजीत झा का जहानाबाद में जनसंपर्क, कहा- CM नीतीश के नेतृत्व में विकसित बिहार का सपना हो रहा साकार Bihar Election 2025: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव की दहाड़, नाम लिए बिना पाकिस्तान को कुत्ते की पूंछ बताया Bihar Election 2025: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव की दहाड़, नाम लिए बिना पाकिस्तान को कुत्ते की पूंछ बताया देश मे अमन शांति बनाए रखने के लिए महागठबंधन की सरकार जरूरी: मुकेश सहनी
1st Bihar Published by: Updated Fri, 03 Jul 2020 06:18:33 AM IST
- फ़ोटो
PATNA : राज्य में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार ने डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों की छुट्टी एक बार फिर कैंसिल करने का फैसला किया है। सरकार में डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों की छुट्टी 30 अगस्त तक रद्द कर दी है। स्वास्थ विभाग के संयुक्त सचिव अनिल कुमार ने इस संबंध में आदेश भी जारी कर दिया है। सरकार की तरफ से जारी आदेश में स्पष्ट तौर पर कहा गया है कि कोरोना रोकथाम के लिए विशेष चौकसी और स्वास्थ्य सेवाओं की बहाली के कारण छुट्टियां रद्द की गई हैं।
सरकार ने जो आदेश जारी किया है उसके मुताबिक राज्य के सभी चिकित्सा पदाधिकारी, संविदा, नियोजित सहित चिकित्सा पदाधिकारी से लेकर निदेशक प्रमुख तक और प्राचार्य अधीक्षक के साथ-साथ चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल से लेकर जूनियर रेजिडेंट तक की छुट्टियां रद्द की गई हैं। इसके अलावे निदेशक और विशिष्ट चिकित्सा संस्थान की भी छुट्टियां कैंसिल रहेंगी। सरकार ने सभी स्वास्थ्यकर्मियों, संविदाकर्मियों, पारा मेडिकल्स, जीएनएम, एएनएम, ओटी सहायक, लैब टेक्नीशियन और साथ ही साथ चतुर्थ वर्ग के कर्मियों की छुट्टियां भी रद्द कर दी है। इस दौरान केवल एजुकेशन और मैटरनिटी लीव की मंजूरी भी दी जाएगी। इसके पहले स्वास्थ्य विभाग ने 30 जून तक के सभी डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों की छुट्टियां रद्द की थी।
डॉक्टरों की छुट्टियां रद्द किए जाने का बिहार स्वास्थ्य सेवा संघ यानी भाषा ने विरोध किया है। भाषा के महासचिव डॉ रंजीत कुमार ने कहा है कि रोटेशन के आधार पर डॉक्टरों को सप्ताह में 1 दिन छुट्टी दी जानी चाहिए। डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों पर काम का अत्यधिक दबाव है और सरकार का यह फैसला और अमानवीयता का परिचायक है। लगातार काम करने से डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी बीमार हो रहे हैं और उनकी वर्किंग कैपेसिटी भी कम हो रही है।