बिहार में धार्मिक जुलूस में तलवार -भाला, लाठी-डंडे पर बैन, सरकार को देनी होगी शामिल लोगों की लिस्ट

बिहार में धार्मिक जुलूस में तलवार -भाला, लाठी-डंडे पर बैन, सरकार को देनी होगी शामिल लोगों की लिस्ट

PATNA : बिहार में इन दिनों पर्व का मौसम शुरू हो गया है। लोक आस्था का महापर्व छठ बिहार के लोगों के दिलों में धड़कन की तरह बसता है।महिलाएं बहुत पहले से ही छठ की तैयारी शुरू कर देती हैं। वहीं, दूसरे शहरों में बसने वाले लोग भी इस महापर्व के लिए अपने-अपने घरों पर जरूर पहुंचते हैं। इस पर्व की छठा विदेशों तक में देखने को मिलती है। ऐसे में अब इस महापर्व को लेकर बिहार में धार्मिक शोभा यात्रा और जुलूस के लिए कड़े प्रावधान कर दिए गए हैं। लाठी, तलवार भाला, बरछी पर पाबंदी लगा दी गई है।


दरअसल, बिहार सरकार के तरफ से सभी ज़िला पदाधिकारी और पुलिस पदाधिकारी को पत्र लिखकर यह कहा गया है कि- इस बात का विशेष ख्याल रखा जाए कि बिना लाइसेंस किसी भी तरह का कोई भुई जुलुस नहीं निकाला जाए। इसके साथ ही जुलूस में तेज लाउड स्पीकर नहीं बजाने के भी आदेश का पालन करवाया जाए। इसके साथ ही लाठी, तलवार भाला, बरछी पर पाबंदी लगा दी गई है।


इस आदेश में कहा गया है कि, अब जुलूस में शामिल होने वाले 15 से 20 लोगों की लिस्ट देनी होगी। उनको यह बताना होगा कि जुलूस और शोभायात्रा के दौरान किसी तरह की हिंसा नहीं होगी। बिहार सरकार में सभी जिला अधिकारी एसपी को इसे लेकर निर्देश जारी किया है। इसके साथ यदि किसी तरह की हिंसा होती है तो सबसे पहले इन्हीं लोगों से सलाह ली जाएगी। 


उधर, सरकार का कहना है कि शोभा यात्रा और धार्मिक जुलूस के दौरान माइक्रोफोन, लाउडस्पीकर से काफी तेज आवाज होती है। धार्मिक नारे लगाने, डीजे बजाने, परम्परागत हथियारों के प्रदर्शन से साम्प्रदायिक तनाव फैलता है। इससे कानून व्यवस्था बिगड़ती है।