PATNA: बिहार में डेंगू के भीषण कहर के बीच बीजेपी नेता सुशील मोदी ने डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पर तीखा हमला बोला है. तेजस्वी यादव के पास ही स्वास्थ्य विभाग और नगर विकास विभाग है. सुशील मोदी ने कहा है कि बिहार में महामारी की स्थिति हो गयी है लेकिन तेजस्वी यादव को मुकदमा लड़ने से फुर्सत नहीं है.
न इलाज और ना ही रोकथाम का इंतजाम
सुशील मोदी ने आज जारी बयान में कहा है कि डेंगू का कहर अगस्त महीने से ही शुरू हो गया था. बिहार के नगर विकास विभाग को डेंगू के मच्छरों के प्रसार को रोकने के लिए फॉगिंग करानी थी. लेकिन कहीं फॉगिंग नहीं हुई. लोगों को जागरूक करने के लिए कोई अभियान नहीं चलाया गया. आज जब महामारी की स्थिति बन गयी है तब भी सिर्फ वीआईपी इलाकों में फॉगिंग करायी जा रही है.
इलाज की हालत ये है कि सरकारी अस्पतालों में इलाज का इंतजाम तक नहीं है लेकिन फिर भी कोई बेड खाली नहीं है. पीएमसीएच में बीमार लोग वार्ड के बाहर पड़े हैं. उन्हें कोई देखने वाला नहीं है. तेजस्वी यादव एक दिन एनएमसीएच में गये औऱ अधीक्षक को सस्पेंड कर दिखावा कर लिया. पीएमसीएच, एनएमसीएच में ना तो बेड है और ना ही दवा औऱ इलाज का इंतजाम.
सरकारी अस्पतालों में प्लेटलेट्स नहीं
सुशील मोदी ने कहा है कि डेंगू के मरीजों को प्लेटलेट्स की जरूरत होती है. लेकिन सरकारी अस्पताल में कही प्लेटलेट्स उपलब्ध नहीं है. बिहार के किसी अस्पताल में एफेरेसिस मशीन नहीं है. एफेरेसिस मशीन सिंगल डोनर से ब्लड लेकर मरीज को प्लेटलेट्स चढाती है. इससे एक बार में 40 से 50 हजार प्लेटलेट्स बढ़ जाता है. ये मशीन पीएमसीएच में दो साल से डब्बे में बंद पडी है. बिहार के डिप्टी सीएम को उस मशीन को इंस्टॉल कराने की फुर्सत नहीं है.
सुशील मोदी ने नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए कहा है कि उन्हें देश की राजनीति का सपना देखने से फुर्सत नहीं है. ऐसे में बिहार के लोग भगवान भरोसे हैं. सरकारी आंकड़ा बता रहा है कि 7 हजार से ज्यादा लोग डेंगू के शिकार हो चुके हैं लेकिन गैर सरकारी आकंडा कई गुना ज्यादा है. बिहार सरकार ने डेंगू के शिकार बन रहे लोगों को भगवान भरोसे छोड़ दिया है.