BIHAR POLITICS : महागठबंधन में सीट बंटवारे से पहले मुकेश सहनी ने इस सीट पर ठोका दावा,कहा - हम हर मौसम में रहते हैं एक्टिव Priyanka Gandhi Rally: सीमांचल में फेल होगा मोदी का प्लान! पूर्णिया में प्रियंका की हुंकार; NDA के दावों की खुलेगी पोल Bihar Land Survey : बिहार भूमि सर्वें में लागू हुई नई व्यवस्था, अब बिना ज़मीन पेपर भी मिलेगा मालिकाना हक Bihar News: मखाना बोर्ड का गठन कर इन वोटरों को साध रहे मोदी, सीमांचल को लेकर NDA का ख़ास प्लान BIHAR ELECTION : बिहार चुनाव को लेकर एक्टिव हुए अमित शाह, इन नेताओं संग बैठक कर बनाएंगे ख़ास रणनीति; तेजस्वी को लेकर भी तैयार हुआ प्लान Bihar News: भीषण सड़क हादसे में 2 की मौत, 4 की हालत नाज़ुक NITISH KUMAR : विश्वकर्मा जयंती पर CM नीतीश ने इन लोगों को दिया बड़ा तोहफा, निर्माण मजदूरों को मिलेंगे 5000 रुपए दुर्गा पूजा से पहले सरकार का बड़ा तोहफा, समय से पहले वेतन-पेंशन और भत्तों का भुगतान Patna Metro: रेड लाइन पर पहली बार दौड़ी पटना मेट्रो, CMRS ने किया सुरक्षा निरीक्षण PM Modi 75th Birthday : पीएम नरेंद्र मोदी 75 वर्ष के हुए, बिहार के CM नीतीश कुमार ने दी जन्मदिन की बधाई; सम्राट चौधरी बोले– आधुनिक भारत के विश्वकर्मा
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Tue, 03 Dec 2024 08:10:24 AM IST
- फ़ोटो
PATNA: बिहार में साइबर अपराध तेजी से बढ़ रहा है। विशेषकर, "डिजिटल अरेस्ट" के नाम पर ठगी के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। इस साल जनवरी से अब तक 320 से अधिक ऐसे मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें 10 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी हुई है।
राज्य के सभी 40 साइबर थानों में इस वर्ष अब तक साइबर अपराध से संबंधित 9 हजार से अधिक मामले दर्ज किए जा चुके हैं। इनमें एटीएम के माध्यम, फोन कर पासवर्ड पूछना समेत अन्य तरीके से ठगी के मामले सबसे अधिक हैं। मगर डिजिटल अरेस्ट के मामले पिछले वर्षों की तुलना में इस बार 8 से 10 गुना की रफ्तार से बढ़े हैं।
राज्य मे डिजिटल अरेस्ट के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। डिजिटल अरेस्ट में साइबर अपराधी खुद को पुलिस या कानून प्रवर्तन एजेंसी का अधिकारी बताकर लोगों को धमकाते हैं और उनसे पैसे ऐंठते हैं। वे लोगों को बताते हैं कि वे किसी अपराध में शामिल हैं और उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा, अगर उन्होंने पैसे नहीं दिए। ऐसे में लोग इसको लेकर जागरूक रहें।
किसी भी अज्ञात नंबर से आने वाले कॉल या संदेश का जवाब न दें। याद रखें, कोई भी पुलिस अधिकारी कभी भी फोन या वीडियो कॉल पर बयान नहीं लेगा। अगर आपको लगता है कि आप धोखे का शिकार हो रहे हैं, तो तुरंत 1930 पर कॉल करें। साइबर अपराधी लगातार नए-नए तरीके अपना रहे हैं। लोग इस तरह की ठगी के बारे में जागरूक नहीं हैं। ऐसे में आसानी से साइबर ठगों के झांसे में आ जाते हैं।
सरकार और पुलिस विभाग इस समस्या से निपटने के लिए कई कदम उठा रहे हैं। सभी साइबर थानों में जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं ताकि लोगों को सावधान किया जा सके। साइबर धोखाधड़ी एक गंभीर समस्या बनती जा रही है। लोगों को सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना पुलिस को देने की जरूरत है।