PATNA : बिहार में बेकाबू क्राइम को लेकर राज्य के दो पूर्व मुख्यमंत्री आमने सामने आ गए हैं. पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने बिहार में अपराध को लेकर जहां एनडीए सरकार को कटघरे में खड़ा किया है तो वहीं पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने बढ़ते हुए क्राइम के लिए आरजेडी को जिम्मेदार बता दिया है.
राबड़ी देवी ने कहां है कि मारकाट और दंगाई चरित्र वाली सत्ताधारी पार्टी की बदौलत बिहार में खून की नदियां बह रही है. अपराध के सहभागी मनोनीत और अनुकंपा वाले मुख्यमंत्री की जुबान को लकवा मार गया है. 16 वर्षों से अपराध छुपाने वाले चेहरे को जनता ने स्थान दिखा दिया, लेकिन जमीर बेच कर कुर्सी से चिपके हैं.
उधर पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने बिहार में बढ़ते अपराध का ठीकरा आरजेडी के ऊपर पड़ा है जितन राम मांझी ने कहा है कि बिहार में बढ़ते अपराध को लेकर चिंता का दिखावा करने वाले आरजेडी और उनके सहयोगी दलों के नेता अगर अपने कार्यकर्ताओं और जेल में बंद नेताओं को समझा दें तो बिहार में 80 फ़ीसदी से ज्यादा अपराधिक घटनाएं यूं ही खत्म हो जाएंगी. मांझी के बयान का मतलब यह हुआ कि बिहार में 80 फ़ीसदी क्राइम की घटनाओं के पीछे विपक्षी दल के नेता और कार्यकर्ता जिम्मेदार हैं. मांझी के इस बयान के बाद क्राइम को लेकर नए सिरे से राजनीति गरमाने लगी है. राबड़ी देवी और जीतन राम मांझी बिहार में अपराध को लेकर आमने-सामने हैं और शराबबंदी कानून के तहत जेल में बंद गरीबों को जमानत पर रिहा करने और कोरोना काल में स्कूल खोले जाने जैसी मांग कर चुके मांझी अब अपराध के मुद्दे पर सरकार के बचाव में उतर गए हैं.