PATNA : चार दिन पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लोगों को कोरोना से नहीं घबराने की सलाह देते रिकवरी का आंकडा पेश कर रहे थे. नीतीश कुमार बता रहे थे कि बिहार में कोरोना का रिकवरी रेट 71.54 प्रतिशत है. यानि 100 में से 71 से ज्यादा लोग ठीक हो जा रहे हैं. चार दिन बाद मंगलवार को बिहार के डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने कोरोना का रिकवरी रेट जारी किया. सुशील मोदी बोले बिहार में रिकवरी रेट 69 फीसदी है यानि 100 में 69 लोग ठीक हो जा रहे हैं. चार दिनों के भीतर बिहार में कोरोना का रिकवरी रेट ढ़ाई प्रतिशत गिर गया है.
16 दिन में 9 फीसदी कम हुआ रिकवरी रेट
बिहार में कोरोना के कहर की कहानी रिकवरी रेट बता रहा है. 28 जून को बिहार में कोरोना के मरीजों का रिकवरी रेट 78.5 फीसदी था. यानि 100 मरीज में से 78 से ज्यादा मरीज ठीक हो गये थे. लेकिन, इसके बाद कोरोना मरीजों के मिलने की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ और बीमारी से ठीक होने वाले मरीजों की संख्या कम होती गई. लिहाजा रिकवरी रेट लगातार कम होती जा रही है. पिछले 16 दिनों में बिहार में कोरोना का रिकवरी रेट 9 फीसदी गिर गया है. मंगलवार तक बिहार में कोरोना का रिकवरी रेट 69% था.
बिहार ने मध्य प्रदेश को पीछे छोड़ा
उधर कम टेस्टिंग के बावजूद कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या के मामले में बिहार देश के दूसरे राज्यों की तुलना में उपर जाता दिख रहा है. मंगलवार को कुल कोरोना संक्रमितों लोगों के मामले में बिहार ने मध्यप्रदेश को पीछे छोड़ दिया. बिहार अब देश में कोरोना मरीजों की तादाद के हिसाब से 12वें स्थान पर आ गया है. बिहार में कुल कोरोना संक्रमितों की संख्या 18 हजार 853 हो गई है जबकि मध्यप्रदेश में कुल संक्रमितों की संख्या 18207 है. इससे पहले सोमवार को बिहार असम को पीछे छोड़ते हुए 13वें स्थान पर पहुंचा था.
कम टेस्ट के बावजूद ये हाल
बिहार में कोरोना संक्रमण का ये हाल तब है जब देश में आबादी के हिसाब से बिहार में सबसे कम टेस्ट हुए हैं. कोरोना का संकट गहराने के 4 महीने बाद बिहार में कल पहली दफे 10 हजार लोगों की जांच हुई. जबकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दो महीने पहले ही 10 हजार जांच और फिर 20 हजार जांच कराने का एलान कर चुके थे.