बिहार में लाशों की ढेर: 72 घंटे में 148 लोगों की मौत, हर आधे घंटे पर गिर रही एक लाश

बिहार में लाशों की ढेर: 72 घंटे में 148 लोगों की मौत, हर आधे घंटे पर गिर रही एक लाश

PATNA :  बिहार में कोरोना महामारी ने भयावह रूप ले लिया है. इस महामारी का प्रकोप इतना बढ़ गया है कि राज्य में हर आधे घंटे में एक व्यक्ति के जीवन का अंत हो रहा है. नीतीश सरकार के ताजा आंकड़े के मुताबिक राज्य में पिछले महज 72 घंटे में 148 लोगों की मौत हो गई है. मौत का यह आंकड़ा सूबे में बेकाबू हुए कोरोना वायरस की असली तस्वीर को पेश कर रहा है. राज्य सरकार की ओर से तमाम उपाए किये जा रहे हैं. लेकिन इसके बावजूद भी कोरोना पर कंट्रोल आसान नहीं लग रहा है.


बिहार सरकार की ओर से बुधवार को जारी ताजा आंकड़े के मुताबिक सूबे में कोरोना मरीजों के सारे रिकार्ड टूट गए. राज्य में पिछले 24 घंटे के भीतर 12 हजार 22 नए पॉजिटिव केस सामने आये हैं. इस आंकड़े के मुताबिक बिहार में हर एक मिनट में 8 लोग कोरोना संक्रमित हो रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग की ओर से दिए गए बयान के मुताबिक पिछले 72 घंटे में 148 लोगों की जान गई है. यानि कि हर आधे घंटे पर एक व्यक्ति कोरोना से मर रहा है. रविवार को 41, सोमवार को 51 और मंगलवार को 56 लोगों ने दम तोड़ा है.


उधर राज्य में कोरोना ने बुधवार को सारे रिकार्ड तोड़ दिए. बिहार सरकार की ओर से जारी ताजा आंकड़े के मुताबिक बिहार में कुल 12 हजार 222 नए मरीज मिले हैं. राजधानी पटना, गया, औरंगाबाद, बेगूसराय, मुजफ्फरपुर, भागलपुर और सारण में जबरदस्त पॉजिटिव केस मिले हैं. सरकार की ओर से दिए गए आंकड़े के मुताबिक राज्य में पिछले 24 घंटे में कुल 1 लाख 5 हजार 980 लोगों की जांच हुई है, जिसमें 12 हजार 22 लोग पॉजिटिव मिले हैं. बिहार में अबतक कुल 2 लाख 88 हजार 637 मरीज ठीक हो चुके हैं. जिसके कारण बिहार में कोरोना मरीजों का रिकवरी रेट 81.47 % है. आज इतनी बड़ी संख्या में नए केस आने के बाद सूबे में एक्टिव मरीजों की संख्या 63746 हो गई है. जबकि बिहार में अब तक 1897 लोगों की मौत कोरोना से हुई है. 


स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी ताजा आंकड़े के मुताबिक पिछले चौबीस घंटे में राजधानी पटना अलावा मुजफ्फरपुर, भागलपुर और सारण में जबरदस्त पॉजिटिव केस मिले हैं. मुजफ्फरपुर में 445, सारण में 636 और भागलपुर में 526 मरीज सामने आये हैं. औरंगाबाद में 560, बेगूसराय में 587, भागलपुर में 526 पॉजिटिव मरीज मिले हैं.



इसके अलावा भोजपुर में 142, बक्सर में 148, पूर्वी चंपारण में 260, गया में 861, गोपालगंज में 211, जमुई में 168, जहानाबाद में 136, लखीसराय में 104, मधेपुरा में 146, मधुबनी में 178, मुंगेर में 229, मुजफ्फरपुर 445, नालंदा में 225, नवादा में 268, पूर्णिया में 318, रोहतास में 174, सहरसा में 175, समस्तीपुर में 168, सारण में 636, शेखपुरा में 144, सीवान में 263, वैशाली में 311 और पश्चिम चंपारण में 516 नए मामले सामने आये हैं.


आपको बता दें कि कोरोना की दूसरी लहर में संक्रमण की जद में बड़ी संख्या में डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी आ रहे हैं. इससे पटना के बड़े अस्पतालों में जांच और इलाज प्रभावित हो रहा है. 90 प्रतिशत स्टाफ संक्रमित होने के बाद कई निजी क्लीनिक और अस्पतालों का संचालन मुश्किल होने लगा है. कई बंद होने की कगार पर हैं.



राजधानी पटना स्थित एम्स में 384 डॉक्टर-स्टाफ संक्रमित हुए हैं. इसमें से कुछ ठीक हो चुके हैं. बावजूद वर्तमान में14 फैकल्टी, 30 रेजीडेंट और  90 स्टाफ संक्रमित हैं. इससे एम्स में ओपीडी और कोविड उपचार प्रभावित हो रहा है. इसी तरह पीएमसीएच में प्राचार्य सहित 30 डॉक्टर और 49 कर्मियों के संक्रमित होने से जांच और इलाज प्रभावित हो गया है.