PATNA : बिहार में कोरोना संक्रमण का आंकड़ा एक तरफ जहां लगातार बढ़ता जा रहा है वहीं दूसरी तरफ हर दावों के बावजूद कोरोना जांच की रफ्तार सुस्त पड़ती जा रही है। बिहार में पिछले 24 घंटे के अंदर कोरोना से 5 मरीजों की मौत हुई है लेकिन इन 24 घंटों में केवल 1673 सैंपल की रिपोर्ट सामने आई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कोरोना जांच का लक्ष्य हर दिन 10 हजार रखा था लेकिन अचानक से इसकी रफ्तार सुस्त पड़ गई है।
शुरुआती दौर में कोरोना जांच की रफ्तार अभी से ज्यादा थी। तकरीबन तीन हजार सैंपल टेस्ट की रिपोर्ट एक दिन में सामने आ रही थी लेकिन अब इसकी रफ्तार और सुस्त पड़ गई है। पिछले 24 घंटे के अंदर जिन जिलों में कोरोना से मौतें हुई हैं उनमें भोजपुर, खगड़िया, समस्तीपुर और सीवान शामिल है।
स्वास्थ्य विभाग की तरफ से शुक्रवार को जो आंकड़े जारी किए गए थे उसमें कुल जांच की संख्या 72256 थी जबकि शनिवार को जारी किए गए आंकड़ों में कुल जांच की संख्या 73929 है। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़े खुद बता रहे हैं कि पिछले 24 घंटे में 1673 सैंपल की रिपोर्ट सामने आई है। जाहिर है अगर जांच की रफ्तार यही रही तो बिहार में संक्रमण की सही तस्वीर सामने आने में बड़ी मुश्किल आएगी।
इसके पहले 28 और 29 मई के बीच बिहार में 1981 कोरोना सैंपल की रिपोर्ट आई। 28 मई को बिहार में कोरोना जांच का कुल आंकड़ा 70275 था जबकि 29 मई को यह आंकड़ा बढ़कर 72256 पहुंचा।
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़े बताते हैं कि 27 और 28 मई के बीच 2013 सैंपल की रिपोर्ट आई। 27 मई को राज्य में करुणा सैंपल की जांच का आंकड़ा 68262 था जो 28 मई को बढ़कर 70275 पहुंच गया। यानी 1 दिन के अंदर कुल 2013 सैंपल की रिपोर्ट आई। बिहार में कोरोना जांच की रफ्तार लगातार मंद पड़ रही है और सरकार हर दिन 10000 जांच का टारगेट अचीव करने का दावा कर रही है।