बिहार में विधानसभा की 4 सीटों पर उपचुनाव:BJP के 2 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान, जेडीयू-हम के भी प्रत्याशी तय

बिहार में विधानसभा की 4 सीटों पर उपचुनाव:BJP के 2 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान, जेडीयू-हम के भी प्रत्याशी तय

PATNA:(Bihar Assembly By election) चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र और झारखंड में विधानसभा चुनाव की तारीख का एलान के साथ साथ कई राज्यों में विधानसभा की खाली सीटों पर उप चुनाव की भी घोषणा की है. इसमें बिहार की चार विधानसभा सीटें भी शामिल हैं. पिछले लोकसभा चुनाव में चार विधायकों के सांसद चुने जाने के कारण ये सीट खाली हुई हैं. इन चार सीटों पर एनडीए ने अपने उम्मीदवार तय कर लिये हैं. बीजेपी के हिस्से चार में से दो सीटें आयी हैं. दोनों सीटों पर कैंडिडेट के नाम का ऐलान कर दिया गया है. 


बीजेपी के दो उम्मीदवार तय

बीजेपी ने अपने हिस्से आयी तरारी और रामगढ़ सीट के लिए उम्मीदवार तय कर लिये हैं. तरारी से बीजेपी की ओऱ से बाहुबली पूर्व विधायक सुनील पांडेय के बेटे विशाल प्रशांत को उम्मीदवार बनाया गया है. सुनील पांडेय ने करीब दो महीने पहले अपने बेटे के साथ बीजेपी का दामन थामा था. उसी समय से ये तय था कि विशाल प्रशांत को तरारी से उम्मीदवार बनाया जायेगा. 


वहीं, कैमुर जिले की रामगढ सीट से बीजेपी ने पूर्व विधायक अशोक कुमार सिंह को उम्मीदवार बनाने का फैसला लिया है. अशोक कुमार सिंह 2015 के विधानसभा चुनाव में रामगढ़ से विधायक चुने गये थे. हालांकि वे 2020 का विधानसभा चुनाव हार गये थे. बीजेपी ने एक बार फिर उन्हें मौका दिया है.


जीतन राम मांझी परिवार से एक और राजनीति में

बिहार में विधानसभा की जिन चार सीटों पर उप चुनाव हो रहा है, उनमें से तीन पर एनडीए ने अपना उम्मीदवार तय कर लिया है. गया जिले की इमामगंज सीट हम पार्टी के जिम्मे आयी है औऱ जीतन राम मांझी ने उस सीट से अपनी बहू दीपा मांझी को राजनीति में उतारने का फैसला लिया है. मांझी के बेटे संतोष कुमार सुमन पहले से ही राजनीति में हैं और बिहार सरकार में मंत्री हैं. अब उनकी पत्नी इमामगंज सीट से हम पार्टी के उम्मीदवार बनने जा रही हैं. 


बेलागंज सीट का मामला अटका

एनडीए में सिर्फ एक सीट का मामला अटक गया है. ये बेलागंज सीट है, जो जेडीयू के हिस्से आयी है. दरअसल इस सीट से जेडीयू ने गया के बाहुबली परिवार से आने वाली पूर्व एमएलसी मनोरमा देवी या उनके बेटे रॉकी यादव को उम्मीदवार बनाने का फैसला लिया था. लेकिन पिछले महीने उनके घर पर एनआईए की रेड पड़ी थी. नक्सलियों से सांठगांठ के आरोप में एऩआईए ने मनोरमा देवी के घर समेत कई अन्य ठिकानों पर छापेमारी की थी. छापेमारी के दौरान करोड़ों रूपये भी बरामद हुए थे, जिन्हें गिनने के लिए बैंक से मशीन मंगवानी पड़ी थी. वैसे मनोरमा देवी की ओर से ये दावा किया जा रहा है कि उन्हें पार्टी की ओर से टिकट देने का भरोसा दिला दिया गया है.