Bihar News : प्रदेश में अब सब्जी व्यवसायी भी नहीं हैं सुरक्षित, दिनदहाड़े इतने लाख लूटकर बदमाश फरार IT RAID : हरि लाल मिष्ठान भंडार का मालिक गिरफ्तार, IT रेड में घर से मिली महंगी विदेशी शराब Police encounter: दही गोप हत्या मामले में फरार आरोपी और पुलिस के बीच मुठभेड़, इलाके में हड़कंप Bihar News : बीए की छात्रा से हैवानियत, हथियार दिखाकर वर्षों तक हुआ शोषण Bihar Weather: सावधान ! बिहार में आंधी बारिश ऑरेंज अलर्ट, किसानों की बढ़ी टेंशन BIHAR NEWS: हवाई यात्राओं के मामले में भी नई उड़ान भर रहा है बिहार, दो दशक में छह गुना बढ़ी विमानों की आवाजाही, 17 गुना बढ़े यात्री सीपीआई नेताओं पर थाने में प्राथमिकी दर्ज, बिना अनुमति के धरना प्रदर्शन करने सहित कई गंभीर आरोप Bihar News: गरीबों की हाय से खत्म हो जाएगी लालू परिवार की राजनीति...नयी पीढ़ी को 2005 से पहले का बिहार के बारे में बताना जरूरी- BJP खाने में छिपकली गिरने से गर्ल्स हॉस्टल की 30 छात्राओं की बिगड़ी तबीयत, कस्तूरबा गांधी गर्ल्स हॉस्टल की घटना 16 वें वित्त आयोग से बिहार ने मांगी विशेष सहायता, केंद्रीय करों की शुद्ध आय का 50% राज्य सरकारों को आवंटित करने का आग्रह
13-Jan-2020 08:54 AM
PATNA : सरकार की लाख कोशिशों के बावजूद बिहार में बालू माफिया का रुतबा कम नहीं हो रहा है। राज्य के बालू घाटों की बंदोबस्ती में एक बार फिर से माफिया का बोलबाला देखने को मिल रहा है। पटना के अलावे भोजपुर, अरवल, गया, लखीसराय, जमुई, रोहतास, बांका, नवादा, नालंदा, मुंगेर, भागलपुर, औरंगाबाद और किशनगंज जिलों में बालू घाटों की बंदोबस्ती का काम चल रहा है लेकिन बालू माफिया ने कारोबारियों को इस धंधे में एंट्री नहीं लेने दे रहा।
खबरों के मुताबिक पहले चरण में जिन 440 बालू घाटों की बंदोबस्ती की जा रही है उनमें से केवल 181 बालू घाटों की बंदोबस्ती अब तक हो सकी है। इन घाटों की बंदोबस्ती से सरकार को अब तक 2 हजार 90 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ है। बंदोबस्ती कि इस प्रक्रिया में बालू माफिया बड़ा खेल खेल रहा है। बालू उनके कारोबार में नए कारोबारी ना आएं इसलिए माफिया की तरफ से डाक में ऊंची बोली लगवा कर बंदोबस्ती प्रक्रिया को बाधित किया जा रहा है।
खास बात यह है कि ऊंची बोली लगाकर बालू घाट नहीं लेने वालों का मकसद नीलामी प्रक्रिया को बाधित करना है। नियमों के मुताबिक अगर बोली लगाने के बावजूद कोई पूरी रकम जमा नहीं करता है तो उसकी सुरक्षित जमा राशि जप्त कर ली जाती है। बालू माफिया अपने ही लोगों से ऊंची बोली लगाकर यह पूरा खेल खेल रहा है बालू माफिया का असल मकसद नीलामी प्रक्रिया को बाधित कर बाद में घाटों की बंदोबस्ती अपने नाम करा लेने की है। माफिया के इस खेल की वजह से नए और छोटे कारोबारियों को मुंह की खानी पड़ रही है।