Bihar News: बिहार के असिस्टेंट जेल सुपरिटेंडेंट पर यौन शोषण के आरोप, SP ऑफिस में महिला ने काटी अपनी नस; किया भारी बवाल Bihar Bhumi: जमीन रजिस्ट्री के कितने दिनों बाद तक होगा दाखिल खारिज? डिप्टी CM ने अफसरों को दे दिया बड़ा टास्क.. Bihar Bhumi: जमीन रजिस्ट्री के कितने दिनों बाद तक होगा दाखिल खारिज? डिप्टी CM ने अफसरों को दे दिया बड़ा टास्क.. अपराध रोकने का 'सम्राट' टास्क: सुधर जाएं या बिहार छोड़ें.. अभय ब्रिगेड का गठन.. ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने के लिए टाइम तय, भू माफियाओ की खैर नहीं अपराध रोकने का 'सम्राट' टास्क: सुधर जाएं या बिहार छोड़ें.. अभय ब्रिगेड का गठन.. ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने के लिए टाइम तय, भू माफियाओ की खैर नहीं Bihar Bhumi: अब 'राजस्व योद्धा' बने: गुमशुदा दस्तावेज उपलब्ध कराएं... बिहार सरकार आपको करेगी सम्मानित Bihar Bhumi: अब 'राजस्व योद्धा' बने: गुमशुदा दस्तावेज उपलब्ध कराएं... बिहार सरकार आपको करेगी सम्मानित Indresh Upadhyay wedding: शिप्रा शर्मा के साथ शादी के बंधन में बंधे मशहूर कथावाचक इंद्रेश उपाध्याय, सामने आईं खूबसूरत तस्वीरें Indresh Upadhyay wedding: शिप्रा शर्मा के साथ शादी के बंधन में बंधे मशहूर कथावाचक इंद्रेश उपाध्याय, सामने आईं खूबसूरत तस्वीरें Bihar News: बिहार के 8 हजार से अधिक पंचायत बनेंगे मिनी सेक्रेटेरियट, एक ही छत के नीचे मिलेंगी सभी सेवाएं; पंचायतों में खुलेंगे हाई स्कूल
1st Bihar Published by: Updated Mon, 13 Jan 2020 08:54:41 AM IST
- फ़ोटो
PATNA : सरकार की लाख कोशिशों के बावजूद बिहार में बालू माफिया का रुतबा कम नहीं हो रहा है। राज्य के बालू घाटों की बंदोबस्ती में एक बार फिर से माफिया का बोलबाला देखने को मिल रहा है। पटना के अलावे भोजपुर, अरवल, गया, लखीसराय, जमुई, रोहतास, बांका, नवादा, नालंदा, मुंगेर, भागलपुर, औरंगाबाद और किशनगंज जिलों में बालू घाटों की बंदोबस्ती का काम चल रहा है लेकिन बालू माफिया ने कारोबारियों को इस धंधे में एंट्री नहीं लेने दे रहा।
खबरों के मुताबिक पहले चरण में जिन 440 बालू घाटों की बंदोबस्ती की जा रही है उनमें से केवल 181 बालू घाटों की बंदोबस्ती अब तक हो सकी है। इन घाटों की बंदोबस्ती से सरकार को अब तक 2 हजार 90 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ है। बंदोबस्ती कि इस प्रक्रिया में बालू माफिया बड़ा खेल खेल रहा है। बालू उनके कारोबार में नए कारोबारी ना आएं इसलिए माफिया की तरफ से डाक में ऊंची बोली लगवा कर बंदोबस्ती प्रक्रिया को बाधित किया जा रहा है।
खास बात यह है कि ऊंची बोली लगाकर बालू घाट नहीं लेने वालों का मकसद नीलामी प्रक्रिया को बाधित करना है। नियमों के मुताबिक अगर बोली लगाने के बावजूद कोई पूरी रकम जमा नहीं करता है तो उसकी सुरक्षित जमा राशि जप्त कर ली जाती है। बालू माफिया अपने ही लोगों से ऊंची बोली लगाकर यह पूरा खेल खेल रहा है बालू माफिया का असल मकसद नीलामी प्रक्रिया को बाधित कर बाद में घाटों की बंदोबस्ती अपने नाम करा लेने की है। माफिया के इस खेल की वजह से नए और छोटे कारोबारियों को मुंह की खानी पड़ रही है।