बिहार में बढ़ते कोरोना संक्रमण पर कांग्रेस ने जतायी चिंता, पटना में टोटल लॉकडाउन की मांग

बिहार में बढ़ते कोरोना संक्रमण पर कांग्रेस ने जतायी चिंता, पटना में टोटल लॉकडाउन की मांग

PATNA : बिहार में जानलेवा कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। इस वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है। हर दिन सैकड़ों की संख्या में मरीजों का इजाफा हो रहा है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी ताजा अपडेट के मुताबिक बिहार में 276 लोग कोरोना पॉजिटव मिले हैं। इसके साथ ही राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 12140 हो गई है।इन सब के बीच कांग्रेस ने सरकार से टोटल लॉकडाउन लगाने की मांग की है। 


कांग्रेस विधान पार्षद प्रेमचंद मिश्रा ने पटना सहित राज्य के अनेक भागों में कोरोना संक्रमण के फैलते रफ्तार को चिंताजनक बताते हुए मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि वे राजधानी पटना सहित सभी कंटेनमेंट ज़ोन वाले इलाकों में पूर्ण लॉक डाउन लगाने पर तत्काल विचार करें।


उन्होंने कहा कि अनलॉक 1 और 2 में पटना की स्थिति बिगड़ती जा रही है जहां 85 कंटोनमेंट ज़ोन बनाना पड़ा है और प्रायः प्रतिदिन राज्य में औसतन संक्रमित मरीजों की संख्या में लगभग 400-500 की वृद्धि होना चिंता को बढ़ाने वाला है। सरकार को बिना विलंब किये फिर से पूर्ण लॉक डाउन लगाने पर गंभीरतापूर्वक विचार करना चाहिए।


उन्होंने पूछा कि सरकार बताये की क्या संक्रमित मरीजों की बढ़ती संख्या के लिए अब भी वह तबलीगी जमात को या प्रवासियों श्रमिकों को जिम्मेदार ठहराना चाहती है क्या? उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार के द्वारा लॉक डाउन तथा अनलॉक 1 और अनलॉक 2 में दी गयी ढील से उत्पन्न स्थिति ने संक्रमण बढ़ाने का काम किया है तथा सरकार ने हाथ खड़े कर लोगों को भगवान भरोसे छोड़ दिया है।


प्रेमचंद मिश्रा ने कहा कि विभिन्न राजनीतिक दलों की बढ़ती चुनावी गतिविधियां,आम दिनों की भांति सरकारी गैर सरकारी कार्यालयों में काम काज तथा बाज़ारों में भीड़,परिवहन सेवाओं का अनियंत्रित होना तथा स्वास्थ्य सेवा की कमजोर और नाकाफी इंतज़ाम भी संक्रमण के खतरे को बढ़ाने में सहायक सिद्ध हो रहा है ऐसी सूरत में सरकार को कड़े कदम उठाने चाहिए। संक्रमण रोकने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए क्योंकि जिस तरह पटना में करीब 100 कंटोनमेंट जोन का बनना यह बताने को पर्याप्त है कि वह दिन दूर नहीं कि राजधानी पटना सहित अन्य इलाके सामुदायिक संक्रमण के गिरफ्त में ना आ जाये।