'विश्व रेडियोलॉजी दिवस' पर हेल्थ इंस्टीट्यूट में आयोजित हुआ भव्य समारोह, विद्यार्थियों ने बनाई मनमोहक झांकियां 'विश्व रेडियोलॉजी दिवस' पर हेल्थ इंस्टीट्यूट में आयोजित हुआ भव्य समारोह, विद्यार्थियों ने बनाई मनमोहक झांकियां Bihar Election 2025: ‘वो खुद पागल हो चुका है, दूसरों को क्या पागल बनाएंगे’, खेसारी लाल यादव पर पवन सिंह का पलटवार Bihar Election 2025: ‘वो खुद पागल हो चुका है, दूसरों को क्या पागल बनाएंगे’, खेसारी लाल यादव पर पवन सिंह का पलटवार क्या BJP में जायेंगे तेजप्रताप? रविकिशन से दूसरी बार मुलाकात, एक दूसरे ने की कान में बात, कहा..महादेव जी सब तय करले बा Bihar Election 2025: ‘दुनिया की कोई ताकत बिहार में NDA की सरकार बनने से नहीं रोक सकती’, रोहतास में राजनाथ सिंह की हुंकार Bihar Election 2025: स्ट्रांग रूम का वीडियो शेयर कर आरजेडी ने गड़बड़ी के लगाए आरोप, DM ने दिए जांच के आदेश Bihar Election 2025: स्ट्रांग रूम का वीडियो शेयर कर आरजेडी ने गड़बड़ी के लगाए आरोप, DM ने दिए जांच के आदेश Bihar News: अपने घर 'मगध' में ही फंसे मांझी...'अतरी' में दांव पड़ रहा उल्टा ! चहेते कैंडिडेट के खिलाफ NDA वोटर्स में भारी नाराजगी..सबक सिखाने की तैयारी Bihar election 2025 : पवन सिंह और खेसारी लाल यादव में कौन है ज्यादा अमीर? जानिए दोनों की संपत्ति और राजनीतिक जुड़ाव
1st Bihar Published by: Updated Fri, 26 Nov 2021 07:39:23 AM IST
- फ़ोटो
PATNA : आर्थिक और सामाजिक पैमाने पर अलग-अलग रिसर्च करने वाली नीति आयोग की नई रिपोर्ट ने बिहार में अमीरी और गरीबी को लेकर बड़ी चौंकाने वाली जानकारी सामने रखी है। नीति आयोग की तरफ से जारी नेशनल मल्टी डाइमेंशनल पॉवर्टी इंडेक्स के मुताबिक बिहार के 5 जिलों में 60 से ज्यादा लोग अमीर हैं जबकि 11 जिले ऐसे हैं जहां गरीबों की तादाद 60 फ़ीसदी से ज़्यादा है। बिहार का किशनगंज जिला सबसे ज्यादा गरीब है। इस जिले में 64.75 फ़ीसदी लोग गरीब हैं जबकि अररिया में यह आंकड़ा 64.65 फ़ीसदी है।
बिहार के 38 में से 22 जिलों में 50 फीसदी से अधिक आबादी गरीब है। सबसे अमीर जिलों की कैटेगरी में पटना टॉप पर है। यहां 29.20 फ़ीसदी जनसंख्या अमीर है। भोजपुर जिले में 40.50 प्रतिशत लोग गरीब हैं जबकि सिवान में 40.55 फ़ीसदी, रोहतास में 40.75 फ़ीसदी और मुंगेर में गरीबों की तादाद 40.99 फ़ीसदी है।
गरीबी के पैमाने पर जो 11 जिले टॉप पर हैं उनमें किशनगंज और अररिया के बाद मधेपुरा का नंबर आता है। मधेपुरा में 64.43 फ़ीसदी लोग गरीब हैं। पूर्वी चंपारण में 64.13 फ़ीसदी, सुपौल में 64.10 फ़ीसदी, जमुई में 64.01 फ़ीसदी, सीतामढ़ी में 63.46 फ़ीसदी, पूर्णिया में 63.29 फ़ीसदी, कटिहार में 62.8, सहरसा में 1.48 और शिवहर में 60.3 फीसदी लोग गरीब है।