PATNA: शुक्रवार को जब पटना समेत बिहार के कई जिलों में अपराधी तांडव मचा रहे थे तब नीतीश कुमार ने शराब रोकने के लिए पुलिस की खास बैठक की. नीतीश ने अपनी पुलिस से कहा-शराब रोकिये वर्ना खैर नहीं. नीतीश ने पुलिस को एक लंबा चौड़ा टास्क दिया है कि कैसे बिहार में शराब को रोकना है.
ताबड़तोड़ अपराध के बीच शराबबंदी पर बैठक
बिहार में आज ताबड़तोड़ अपराध हो रहे थे. राजधानी पटना में हाई प्रोफाइल पाटलिपुत्रा इलाके में गोलीबारी की खबर आयी. भागलपुर में बीच बाजार बम फटा. मुजफ्फरपुर में सुबह-सुबह लुटेरों ने बैंक लूट लिया. उससे पहले मुजफ्फरपुर में बीच शहर में नगर थाने से 500 मीटर की दूरी पर लूट के दौरान व्यापारी की गोली मारकर हत्या कर दी गयी. पूरे बिहार में ताबडतोड़ आपराधिक वारदातों के बीत नीतीश कुमार ने शराबबंदी पर खास बैठक बुलायी. गृह विभाग से लेकर पुलिस के आलाधिकारी इस बैठक में मौजूद थे.
शराब रोकिये वर्ना खैर नहीं
नीतीश कुमार ने अपनी बैठक में पुलिस को लंबा-चौड़ा टास्क थमा दिया. हर हाल में शराब रोकना है. देखिये नीतीश ने क्या सब दिया है निर्देश
-पुलिस विशेष ड्राइव चलाकर शराब के डिस्ट्रीब्यूशन और सप्लाई चेन को ध्वस्त करे
- बिहार पुलिस शराब के बड़े धंधेबाजों को पकड़ने की रणनीति तैयार करे, असली कारोबारियों को गिरफ्तार करे
-शराब के लिए बार्डर पर विशेष नजर रखे बिहार पुलिस
-बिहार में जिस रास्ते से शराब लाया जा रहा है वहां पुलिस की खास तैनाती हो
-शराब पकड़ने में लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो
नीतीश ने तो अपने फरमान दुहरा दिये. लेकिन सवाल ये उठ रहा है कि ताबड़तोड़ अपराध के बीच शराब की ही ज्यादा फिक्र क्यों हो रही है. सरकार शराब बिकने वाले थानाक्षेत्र के थानेदारों पर गाज गिरा रही है लेकिन भीषण आपराधिक वारदात के बाद भी उस थाने के थानेदार पर कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है. सरकार ऐसे मामलों पर कुछ बोलने को तैयार नहीं है.