बिहार में 22 साल की IPS काम्या मिश्रा बनी ASP, इनकी कामयाबी के बारे में जानकार चौंक जायेंगे आप

बिहार में 22 साल की IPS काम्या मिश्रा बनी ASP, इनकी कामयाबी के बारे में जानकार चौंक जायेंगे आप

PATNA :  22 साल की युवा आईपीएस अफसर काम्या मिश्रा को बिहार में एसएसपी बनाया गया है. बहुत ही कम उम्र में यूपीएससी की परीक्षा में एक बड़ी सफलता हासिल करने अपने मां-बाप नाम रोशन करने वाली IPS काम्या मिश्रा एक बड़ी जिम्मेदारी निभाने जा रही हैं. पुलिस की यूनिफार्म में समाज की सेवा कर रहीं इस युवा और होनहार आईपीएस के बारे में हर कोई जानने को इच्छुक हैं.


आईपीएस अफसर काम्या मिश्रा 2014 में जमा दो की छात्रा थी, जिन्होंने जमा दो की परीक्षा में बड़ी कामयाबी हासिल की. जमा दो की परीक्षा में काम्य मिश्रा रीजनल टॉपर बनी थीं. काम्य इस समय केवल 22 साल की हैं. साल 2019 में यूपीएससी की परीक्षा पास करने के बाद काम्य को हैदराबाद पुलिस अकादमी में ट्रेनिंग  केलिए भेजा गया था. दूसरे चरण की ट्रेनिंग के बाद इन्हें फील्ड ट्रेनिंग के लिए हिमाचल प्रदेश के नाहन में भेजा गया था.



पिछले साल 5 अप्रैल 2019 को घोषित यूपीएससी के नतीजे में काम्या को देश भर में 172वां रैंक हासिल हुआ था. काम्या मिश्रा मूल रूप से उड़ीसा  की रहने वाली हैं, जो बचपन से ही काफी होनहार छात्रा रही हैं. 6 साल पहले जिस जिस स्टूडेंट ने 12th क्लास का एग्जाम पास किया, वो आज बिहार के पुलिस महकमे में एक बड़ी जिम्मेदारी निभाने को तैयार है. इन्होंने यूपीएससी में राजनीतिक विज्ञान विषय रखा था. दिल्ली के लेडी श्रीराम कॉलेज से इनकी ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी हुई थी.


आपको बता दें कि आईपीएस काम्या मिश्रा को हिमाचल कैडर से बिहार कैडर में स्थानांतरित किया गया है. बिहार सरकार के गृह विभाग की ओर से जारी अधिसूचना के मुताबिक 2019 बैच की ट्रेनी आईपीस काम्या मिश्रा को हिमाचल कैडर से ट्रांसफर करते हुए वैशाली जिले का एएसपी बनाया गया है. काम्या मिश्रा यहां सहायक पुलिस अधीक्षक के रूप में काम करेंगी.



पिछले महीने 20 अगस्त को हिमाचल के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय से राजभवन में 2019 बैच के नव नियुक्त 6 ट्रेनी आईपीएस अफसरों ने मुलाकात की थी. जिनसे राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने  भ्रष्टाचार मुक्त समाज बनाने में योगदान देने की अपील की थी. इन अफसरों में काम्य मिश्रा के साथ-साथ अभिषेक एस, अमित यादव, मयंक चौधरी, चारु शर्मा और जीना अफरोज शामिल थे.



इस मुलाकात के दौरान राज्यपाल ने अधिकारियों को बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की. उन्होंने कहा कि यह गर्व की बात है कि उन्हें हिमाचल जैसे विकसित और शांतिपूर्ण राज्य में काम करने का अवसर मिला. उन्होंने उन्हें समाज, विशेष रूप से दलित और गरीबों के प्रति प्रतिबद्धता, दृढ़ विश्वास और निष्पक्षता के साथ काम करने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखने में एक पुलिस अधिकारी की महत्वपूर्ण भूमिका है.